लोकसभा चुनाव से जगी उम्मीद, कांग्रेस-दलित सम्पर्क अभियान कानपुर से शुरू, राहुल गांधी ने तनुज पुनिया को किया आगे

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Shukla
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विशेष संवाददाता, कानपुर। बिहार चुनाव के साथ ही कांग्रेस उत्तर प्रदेश में भी दलित वोटों को साधने के प्रयास में जुटी है। लोकसभा चुनाव में दलित वोटों का कमोबेश रुझान कांग्रेस की तरफ होने से पार्टी का आत्मविश्वास जागा है। बिहार में राहुल गांधी तो उत्तर प्रदेश में बाराबंकी के सांसद तनुज पुनिया को दलितों के बीच पार्टी ने सक्रिय किया है। कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के अध्यक्ष सांसद तनुज पुनिया शुक्रवार को अनुसूचित विभाग के कानपुर मंडल के छह जिलों की बैठक करेंगे।
 
कांग्रेस ने पूर्व सांसद पीएल पुनिया के पुत्र तनुज पुनिया को दलितों को जोड़ने के लिए आगे बढ़ाया है। मंडलीय सम्मेलन की शुरुआत कानपुर से की गयी है। कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग की प्रदेश संगठन मंत्री संयोगिता वर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष तनुज पुनिया पहली बार कानपुर आएंगे तो उनके स्वागत का कार्यक्रम भी रखा गया है। संयोगिता का कहना है कि दलित समाज सदैव ही कांग्रेस के साथ रहा है। पर दलितों पर सियासी दांव के चलते यह समाज भटक गया था जो लोकसभा चुनाव के बाद लौट रहा है। 
 
प्रदेश में 22 प्रतिशत दलित आबादी है जो 12 प्रतिशत जाटव और 10 प्रतिशत गैर जाटवों की आबादी है। पार्टी जय बापू, जय भीम, जय मंडल, जय संविधान महा जनसंपर्क सम्मेलन चला रही है। 2012 के चुनाव के बाद से गैर-जाटव दलित में बाल्मीकि, खटीक, पासी, धोबी, कोरी सहित तमाम जातियों के विपक्षी राजनीतिक दल अपने-अपने पाले में लामबंद करने में जुटे हैं। जानकार मानते हैं कि कांग्रेस के कारण ही सपा को लोकसभा चुनाव में दलित वोट मिला।
 

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