लखीमपुर खीरी: महाकुंभ में बिछड़ी वृद्धा पहुंची घर, खुशी से झूमे परिजन
महाकुंभ के खोया-पाया केंद्र में तैनात पुलिस ने निजी कार से बस में बिठाया
सिंगाही, अमृत विचार। महाकुंभ में अपने समूह से बिछड़ी सिंगाही कस्बे की 75 साल की बुजुर्ग महिला शुक्रवार की देर रात अपने घर पहुंच गई। निघासन में वाहन की तलाश में खड़ी वृद्धा को सिंगाही नगर पंचायत चेयरमैन ने अपनी कार से उनके घर छोड़ा। वृद्धा के घर सकुशल वापस आने पर परिवार के लोग खुशी से झूम उठे और उन्हें गले से लगा लिया। परिजनों में काफी खुशी का माहौल था।
बुधवार को सिंगाही कस्बे के मोहल्ला छावनी से 70 श्रद्धालुओं का एक समूह निजी बस से गंगा स्नान करने महाकुंभ प्रयागराज गया था, जिसमें मोहल्ले की 75 वर्षीय उमा सिंह परमार भी शामिल थीं। 20 फरवरी को सभी यात्री संगम में स्नान करने के बाद समूह बनाकर वापस आ रहे थे।
तभी पिलर संख्या 158 के पास अत्यधिक भीड़ होने के कारण उमा सिंह परमार (उम्र 75 वर्ष, निवासी सिंगाही छावनी वार्ड 10) समूह से अलग होकर मेले में बिछड़ गईं। समूह के साथियों ने काफी तलाश की, लेकिन पता न चलने पर खोया-पाया केंद्र में उनकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। शुक्रवार की देर रात उमा सिंह परमार अपने घर पहुंच गईं। उन्हें देख परिवार के लोग खुशी से झूम उठे।
बुजुर्ग उमा सिंह परमार ने बताया कि सेक्टर नंबर 4 में लेटे हनुमान मंदिर के पास वह जमा भीड़ में भटक गई थीं। मंदिर से बाहर आने पर उन्हें अपने साथी नजर नहीं आए। उन्होंने वहीं के खोया-पाया केंद्र में जाकर अपनी व्यथा बताई और मदद मांगी।
खोया-पाया केंद्र के कर्मचारी और वहां तैनात पुलिस बल ने उनकी काफी मदद की। उन्हें अपनी निजी कार से प्रयागराज सिविल बस स्टेशन पहुंचाया, जिससे वह लखनऊ कैसरबाग पहुंची और वहां से बस पकड़ कर निघासन आईं। निघासन बस स्टैंड पर सिंगाही की तरफ जाने वाले वाहन का इंतजार कर रही थीं।
इसी बीच एक नगर पंचायत अध्यक्ष की कार आती दिखाई दी। नगर पंचायत अध्यक्ष मोहम्मद कय्यूम ने उन्हें गाड़ी में बैठाकर उनके घर तक पहुंचा दिया। उनके घर पहुंचते ही परिवार वालों ने गले से लगा लिया। वृद्धा के वापस आने से परिवार में खुशी का माहौल है।
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