Kanpur: पुलिसकर्मियों ने नहीं दिया संपत्ति का ब्योरा, नोटिस जारी, मिला अल्टीमेटम, हो सकती यह कार्रवाई...

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Published By Deepak Shukla
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कानपुर, अमृत विचार। अनुशानसहीनता, भ्रष्ट आचरण और काम में लापरवाही में लिप्त पुलिसकर्मियों पर लगातार कमिश्नरेट पुलिस कार्रवाई का चाबुक चला रही है। इसी क्रम में कमिश्नरेट पुलिस के 1550 पुलिसकर्मियों के संपत्ति का ब्योरा न देने पर संयुक्त पुलिस आयुक्त कार्यालय से संबंधित को नोटिस जारी किया गया है। इन्हें केवल शुक्रवार (आज) तक का अल्टीमेटम जारी किया गया है। संपत्ति का ब्योरा न देने में दरोगा, हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल शामिल हैं। उच्चाधाकारियों ने ब्योरा न मिलने पर इनका मार्च माह का वेतन रोकने की बात कही है। इस कार्रवाई के बाद महकमे में हड़कंप मचा पड़ा है। 

शासन को कई पुलिसकर्मियों के पास आय से अधिक संपत्ति होने की जानकारी आई थी, जिसके बाद सभी से ब्योरा मांगा गया। इसमें कमिश्नरेट कार्यालय, जोन कार्यालय और थानों के स्टॉफ शामिल हैं। इन आख्या की मानीटरिंग संयुक्त पुलिस आयुक्त कार्यालय की ओर से की जा रही है। शुक्रवार को ब्योरा देने का अंतिम दिन है, जबकि करीब 1550 दरोगा, हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल ने ब्योरा नहीं दिया। कमिश्नरेट कार्यालय में कुल 8600 पुलिसकर्मी हैं। संयुक्त पुलिस आयुक्त अपराध एवं मुख्यालय विपिन कुमार मिश्रा ने बताया कि संपत्ति का ब्योरा न देने वाले पुलिसकर्मियों को नोटिस जारी किया गया है। ब्योरा नहीं देने पर उनको मार्च माह का वेतन नहीं मिलेगा। 

होटल, रेस्टोरेंट, ट्रांसपोर्ट संचालित करने की शिकायत

शासन और पुलिस विभाग को भ्रष्टाचार में लिप्त कुछ पुलिस अधिकारियों की आय से अधिक संपत्ति होने की शिकायत मिली है। संबंधित अधिकारी की पोस्टिंग किस-किस जगह रही, उसने यह आय किस तरह से बनाई इसकी जांच चल रही है। कई पुलिसकर्मियों के होटल, रेस्टोरेंट और यहां तक की बस और ट्रक ट्रांसपोर्ट संचालित करने की शिकायत मिली है। इनसे भी गुपचुप ढंग से आय का ब्योरा मांगा जा रहा है। जिसके बाद खलबली मची हुई है। 

छह पुलिसकर्मियों के अपराधियों से गठजोड़

कमिश्नरेट में तैनात कुछ पुलिसकर्मियों के चोर, लुटेरों और बदमाशों के साथ गठजोड़ होने का शक है। जिसके बाद इनकी संपत्ति का ब्योरा तलाशा जा रहा है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इन संपत्ति में अपराधियों का रुपया लगने की भी बात सामने आ रही है। पुलिस के उच्चाधिकारी गुपचुप ढंग से इसकी जांच करा रहे हैं। इससे पहले भी तैनात रही कई पुलिसकर्मी जांच में पकड़े जा चुके हैं। इसके साथ ही पूर्व में कई पुलिसकर्मी एंटी करप्शन की गिरफ्त में आ चुके हैं। 

एक मार्च तक लौट आएगा शहर का फोर्स 

प्रयागराज में महाकुंभ मेला ड्यूटी में गया कमिश्नरेट पुलिस का फोर्स एक मार्च तक लौटने की उम्मीद है। कमिश्नरेट पुलिस के कई एसीपी, इंस्पेक्टर, दरोगा और सिपाहियों की महाकुंभ मेले में ड्यूटी लगाई गई थी। इनमें पुलिस के विभिन्न कार्यालय और लाइन के स्टॉफ शामिल हैं। एलआईयू, क्राइम ब्रांच और एसटीएफ के पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया गया है। हालांकि, मेला शिवरात्रि तक ही था, लेकिन अब तक श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए संगम तट पर पहुंच रहे हैं। संयुक्त पुलिस आयुक्त विपिन कुमार मिश्रा ने बताया कि महाकुंभ मेले में गया शहर का फोर्स एक मार्च तक आने की उम्मीद है।

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