कासगंज: खुद को पुलिस अधिकारी बताकर पति को अरेस्ट करने की दी धमकी, महिला से साढ़े चार लाख ठगे
गंजडुंडवारा, अमृत विचार: कस्बे में एक महिला को साइबर ठगों ने डिजिटल हाउस अरेस्ट स्कैम में फंसाकर करीब साढ़े चार लाख रुपए की ठगी का शिकार बना लिया। साइबर ठगों ने महिला को विभिन्न तरीकों से डराकर उसका ब्रेनवॉश कर दिया। कभी पति और भाई को छुड़ाने के नाम पर, तो कभी बैंक में ज्यादा पैसे जमा होने पर एफआईआर दर्ज कराने की धमकी देकर करीब साढ़े चार लाख रुपए की ठगी कर ली। पीड़िता द्वारा पति को जानकारी देने पर साइबर क्राइम थाना में प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई गई।
जागरूकता की कमी के चलते लगातार ग्रामीण क्षेत्र के लोग ऑनलाइन ठगी का शिकार बन रहे हैं, जिससे हर दिन नए-नए मामले सामने आ रहे हैं। साइबर अपराधी अलग-अलग फर्जी वेबसाइटों और डिजिटल पैतरों से लोगों को ठगते हैं। साइबर अपराधी हर दिन लाखों रुपए की ठगी कर लोगों को अपने जाल में फंसा लेते हैं। ऐसा ही मामला कस्बे के मोहल्ला गोविंदपुरी से सामने आया है, जहां एक मजदूर महिला संतोषी के पास व्हाट्सएप कॉल आई। कॉल करने वाले ने खुद को पुलिस अधिकारी बताया और उसके पति और भाई को अरेस्ट करने की बात कहकर छुड़वाने के एवज में पैसों की मांग की।
भय के कारण महिला ने ठग द्वारा दिए गए खाते नंबर में पैसे जमा करने शुरू कर दिए, क्योंकि वह पति और भाई से संपर्क न होने के कारण भयभीत थी। लेकिन कुछ दिनों बाद ही पीड़िता के पास फिर से व्हाट्सएप कॉल आई, जिसमें कॉलर ने खुद को बैंक अधिकारी बताया और पीड़िता के खाते में 18 लाख रुपए जमा होने तथा उसके उपयोग न करने पर सरकारी टैक्स भरने का हवाला देकर पैसे मांगे।
रुपए न देने की स्थिति में पीड़िता को एफआईआर दर्ज कराने की धमकी दी गई, जिससे वह और ज्यादा डर गई और बिना किसी को बताए पैसे जमा करने लगी। पति के घर वापस आने पर ठगी का खुलासा हुआ। तब तक पीड़िता ने करीब साढ़े चार लाख रुपए ठगों द्वारा बताए गए विभिन्न खातों में जमा कर दिए थे। इसके बाद पीड़िता ने जनपद कासगंज स्थित साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
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