Kanpur में जुए की फड़ से भागे युवक की मौत का मामला: भीम आर्मी का हंगामा, पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की उठाई मांग
कानपुर, अमृत विचार। महाराजपुर में जुए की फड़ से भागे नीरज पासवान की नाले में गिरकर हुई मौत के बाद रविवार को भीम आर्मी ने दिनभर हंगामा किया। पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई पर अड़े कार्यकर्ता पोस्टमार्टम हाउस में धरने पर बैठ गए। पुलिस विरोध नारेबाजी की। झड़प की भी नौबत आई। कई थानों का पुलिस पोस्टमार्टम हाउस पर मुस्तैद रहा। दोपहर बाद आश्वासन पर शांत हुए तब जाकर डॉक्टरों के पैनल व वीडियोग्राफी के साथ पोस्टमार्टम हो सका।
महाराजपुर पुलिस शनिवार को जुआ की सूचना पर लालापुरवा के खेतों में दबिश देने गई थी। पुलिस पहुंचने पर ऐमा गांव निवासी किसान 30 वर्षीय नीरज पासवान फड़ से भागा था और नाले में जा गिरा था। परिजनों ने पुलिस पर नीरज को डुबाकर मारने का आरोप लगाते हुए रामादेवी स्थित कांशीराम अस्पताल में जमकर हंगामा किया था।
रविवार सुबह भी वहीं हुआ। नीरज के परिजनों के साथ भीम आर्मी के कार्यकर्ता भी पहुंचे और पोस्टमार्टम से पहले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की। कोई विवाद न हो, इससे सतर्क पुलिस पहले से पोस्टमार्टम हाउस पर मुस्तैद रही। भीम आर्मी के कौशल वाल्मिकी के साथ अन्य कार्यकर्ता पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे और परिसर में ही धरने पर बैठ गए।
पुलिस विरोधी नारेबाजी करने लगे। धरने की सूचना पर अतिरिक्त फोर्स बुलाई गई। स्वरूपनगर इंस्पेक्टर सूर्यबली पांडेय ने भीम आर्मी को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह अपनी जिद पर अड़े रहे। आखिरकार दोपहर बाद किसी तरह पोस्टमार्टम की नौबत आई। पुलिस की मौजूदगी में शव अंतिम संस्कार के लिए ड्योढ़ी घाट भेजा गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार नीरज की मौत डूबने से होना बताई गई है।
पुलिस ने नीरज के पेट पर मारी लात
नीरज के बड़े भाई मनोज ने बताया कि चैत का महीना आ रहा है। इसलिए शनिवार को नीरज खेती लेने की बात कहकर घर से निकला था। वह जुए की फड़ पर कैसे पहुंच गया ये परिजन नहीं बता सके। हालांकि परिजनों का कहना था कि घटनास्थल पर कुछ लोग बकरी चरा रहे थे, उन्होंने बताया कि नीरज नाले में गिर गया था। पुलिस उसे बाहर निकाला और फिर पेट पर लात मार रही थी। ऐसी हरकत पर दबिश देने गई टीम पर कार्रवाई की जानी चाहिए।
जिम्मेदार ही कर रहे हत्या
भीम आर्मी के कौशल वाल्मिकी ने कहा कि जिसे समाज की रक्षा करने का कार्य सौंपा गया है। वहीं हत्या कर रहा है। प्रशासन के लोग गलती नहीं मान रहे और रिपोर्ट नहीं दर्ज कर रहे हैं। दोषी पुलिस कर्मियों को बचाने में लगे हैं। इस सरकार में न्याय पाना बड़ा मुश्किल हो गया है। जब तक पुलिस पर कार्रवाई नहीं होगी संतुष्ट नहीं होंगें।
फोर्स ने घेरा पोस्टमार्टम
भीम आर्मी के धरना और नारेबाजी के बाद कानून व्यवस्था के मद्देनजर कई थानों की पुलिस पोस्टमार्टम हाउस पहुंची। पोस्टमार्टम के अंदर और बाहर पुलिसकर्मी तैनात रहे। इंस्पेक्टर स्वरूप नगर सूर्यबली पांडेय के अनुसार अधिकारियों को धरने की जानकारी देकर जो निर्देश मिलेंगे उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
