Holi 2025: कानपुर में होलिका में महाकुंभ की झांकी, लकड़ी की जगह गो-काष्ट; लाटूश रोड नुक्कड़ कमेटी में महाकुंभ का नजारा दिखाया

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Published By Nitesh Mishra
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15 फिट तक के बिके होलिका-प्रहलाद के पुतले

कानपुर, अमृत विचार। गुरुवार को होलिका दहन स्थल पर लोग महाकुंभ की झांकी भी देख सकेंगे। इसके साथ ही शहर के 30 स्थानों पर इकोफ्रैंडली होली जलाई जाएगी। होलिका दहन को भव्य बनाने के लिए बाजारों में बुधवार को खरीदारी होती रही। 15 फिट तक के होलिका के पुतले बाजारों में बिके। कई जगह होलिका की गोद में भक्त प्रहलाद को भी बैठाया गया।

होलिका दहन के दिन ज्वलंत मुद्दों पर झांकी सजाने के लिए प्रसिद्ध लाटूश रोड नुक्कड़ कमेटी ने इस बार महाकुंभ को अपना विषय बनाया है। यहां पर होलिका दहन करने आने वाले लोगों को बगल में ही महाकुंभ की झांकी सजी दिखाई देगी। इस झांकी में महादेव के मस्तक से निकली गंगा संगम में मिलती हुई दिखेगी। इसके अलावा संगम में साधू और अघोरी स्नान को भी झांकी में शामिल किया गया है।

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कानपुर गौशाला सोसाइटी की ओर से इकोफ्रैंडली होली जलाई जाएगी। कानपुर गौशाला सोसाइटी के उपाध्यक्ष सुरेश गुप्ता ने बताया कि सोसाइटी की ओर से 22 स्थानों पर गोबर की लकड़ियां उपलब्ध कराई गई हैं। इन्हें गो-काष्ट नाम दिया गया है। गो काष्ट की होलिका जलाने से लकड़ी बचती है और प्रदूषण भी नहीं होता है।

गो काष्ट में नीम की पत्ती तुलसी कपूर गूगल लोबान सुगंधित कई चीज डाली जाती हैं। गोकाष्ट एमराल्ड गार्डन, फीलखाना मतंगेश्वर मंदिर, आर्य नगर, स्वरूप नगर, 80 फीट रोड, देवकी नगर, इंद्रपुरी, लाल बंगला, जनरलगंज, नयागंज, हरबंस मोहाल, बारादेवी, मुरली मनोहर अपार्टमेंट सहित शहर के अन्य स्थानों में भेजा गया है। कई स्थान ऐसे भी हैं जहां पर 50 फीसदी लकड़ी और 50 फीसदी गौकाष्ट का प्रयोग किया गया है।

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