Kanpur: लड़ाकू विमान बनाने वाली कंपनी HAL साइबर फ्रॉड का शिकार, ठगों ने इस तरह झांसा देकर ठगे 55 लाख रुपये

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Shukla
On

कानपुर, अमृत विचार। साइबर ठगों ने लड़ाकू विमान बनाने वाली एचएएल कंपनी से 55 लाख रुपये की ठगी की घटना को अंजाम दे दिया। एचएएल ने अमेरिका की एक कंपनी से लड़ाकू विमान के पार्ट्स खरीदने के आर्डर दिए थे। ऑर्डर के बाद साइबर ठगों ने कंपनी से मिलती-जुलती ईमेल आईडी से डिटेल भेजकर अपने अकाउंट में रुपये जमा करा लिया। पेमेंट के बाद भी ऑर्डर नहीं मिलने पर ठगी की जानकारी हुई। इसके बाद एचएएल के अपर महाप्रबंधक ने साइबर थाने में रिपोर्ट कराई है। 

साइबर थाने में दर्ज रिपोर्ट के अनुसार कानपुर की एचएएल रक्षा मंत्रालय की कंपनी है। यहां पर लड़ाकू विमान बनाए जाते हैं। उनका मेंटीनेंस और ओवरहॉलिंग की जाती है। इस वजह से कंपनी विदेश से भी पार्ट्स खरीदती है। एचएएल ने विमान से संबंधित पार्ट्स खरीदने के लिए अमेरिका की कंपनी एमएस पी.एस. इंजीनियरिंग इनकॉरपोरेटेड, यूएसए से बातचीत चल रही थी। एचएएल ने अमेरिकी कंपनी से तीन पार्ट्स के लिए तीन मई 2024 को कोटेशन मांगा।

इस कंपनी ने उसी दिन कोटेशन भेज दिया था। एचएएल ने अपना ऑर्डर संबंधित कंपनी को ईमेल ([email protected]) के जरिए नोट करा दिया था। साइबर ठगों को एचएएल की इस खरीददारी की जानकारी हो गई थी। इसका फायदा उठाते हुए शातिर ठगों ने कंपनी से मिलती जुलती ईमेल आईडी ([email protected]) बनाई और इसी ई-मेल से एचएएल के अफसरों से बात करना शुरू कर दिया। एचएएल से ऑर्डर के नाम पर अपनी फर्जी ई-मेल जिसमें सिर्फ एक ई शब्द कम था। उसके जरिए साइबर ठगों ने अपने खाते की डिटेल भेजकर एचएएल से यूएसडी 63405 यानी भारतीय करेंसी में करीब 55 लाख रुपये अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए।

पेमेंट कराने के बाद भी ऑर्डर नहीं आया तब कंपनी ने जांच शुरू की। इसमें चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि जिस ईमेल पर बात कर रहे थे वो अमेरिकी कंपनी की थी ही नहीं, बल्कि ठगों ने मिलती-जुलती ईमेल आईडी बनाई और एचएएल से 55 लाख की ठगी की। इस संबंध में साइबर प्रभारी निरीक्षक सुनील वर्मा ने बताया कि एचएएल के अपर महाप्रबंधक की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। इस मामले में आईआईटी के एक्सपर्ट की भी मदद ली जाएगी। 

ईमेल हैक होने की जताई आशंका

साइबर ठगी की इतनी बड़ी घटना होने के बाद एचएएल के अफसरों ने आशंका जताई है कि उनकी ईमेल साइबर ठगों ने हैक कर रखा है। इसी वजह से उनके मेल पर होने वाली एक्टिविटी का पता चल गया। इसी जानकारी का फायदा उठाकर मिलती-जुलती ईमेल के जरिए अपने खाते में ट्रांसफर करा लिए। साइबर सेल टीम इस पर तेजी से काम कर रही है।

यह भी पढ़ें- Jalaun में पशु चिकित्सा अधिकारी की सड़क हादसे में मौत: तेज रफ्तार डंपर ने बाइक में मारी टक्कर, परिजनों में कोहराम

 

संबंधित समाचार