तदर्थ शिक्षकों की समस्याओं को सरकार कर रही अनसुना, कहा- सड़क से लेकर सदन तक करेंगे संघर्ष

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Published By Muskan Dixit
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लखनऊ, अमृत विचारः उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के राज्य परिषद की बैठक जय नारायण पीजी कॉलेज में आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष चेत नारायण सिंह व संचालन महामंत्री अनिरुद्ध त्रिपाठी ने किया। प्रदेश अध्यक्ष चेत नारायण सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार तदर्थ शिक्षक के संदर्भ में न्यायालय के आदेश का अनुपालन सुनिश्चित कराये अन्यथा सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष किया जाएगा। शिक्षक समस्याओं को लेकर 18 मार्च को प्रदेश के सभी मंडल व जनपद में संयुक्त शिक्षा निदेशक व जिला विद्यालय निरीक्षक को ज्ञापन सौंपा जायेगा।

उन्होंने आह्वान किया कि 15,16 व 17 अप्रैल को बरेली में आयोजित प्रांतीय सम्मेलन में प्रदेश के सभी 75 जनपदों व 18 मण्डलों से पदाधिकारी भारी संख्या में पहुंचें। प्रदेश संरक्षक राज बहादुर सिंह चंदेल ने कहा कि शिक्षक समस्याओं को लेकर सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष कर रहा है फिर भी सरकार शिक्षक समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रही। शिक्षकों को अपनी ताकत का एहसास करना पड़ेगा।

प्रांतीय उपाध्यक्ष मारकंडेय सिंह शिक्षक संघ के भविष्य पर चिंता व्यक्त की और कहा कि नई पीढ़ी को शिक्षक संघ की बागडोर संभालने के लिए आगे आना पड़ेगा। विद्यालय विद्यालय जाकर क्रांतिकारी कार्यकर्ताओं की टोली तैयार करनी पड़ेगी। प्रदेश मंत्री संजय द्विवेदी ने ऑनलाइन ट्रांसफर की एनओसी प्रक्रिया में भ्रष्टाचार, वित्त विहीन शिक्षकों को वेतन व सेवा सुरक्षा देने, एनपीएस को अपडेट करने व सेवानिवृत शिक्षकों के पेंशन जीपीएफ भुगतान का मुद्दा उठाया। बैठक में पूर्व विधान परिषद सदस्य लवकुश मिश्रा, स्वराज पाल, महेश चंद्र शर्मा, संजय द्विवेदी, मारकंडेय सिंह, डॉक्टर मेजर देवेंद्र सिंह, रामानंद द्विवेदी, राकेश सिंह, प्रमोद सिंह, प्रभात, नरसिंह बहादुर सिंह, नरेंद्र सिंह, श्रवण कुमार तिवारी, ज्योतिष कुमार पांडेय सहित सैकड़ो लोग मौजूद रहे।

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