Chitrakoot में थ्रेसर से दबकर किशोरी की मौत का मामला: परिजन बोले- बेटी का शव निकालकर कराया जाए पोस्टमार्टम, दिया धरना

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Shukla
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चित्रकूट, अमृत विचार। संदिग्ध अवस्था में किशोरी की थ्रेसर से दबकर हुई मौत की जांच की मांग को लेकर परिजनों ने सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय के समक्ष धरना दिया। इनका कहना था कि उनकी बेटी को जान बूझकर मारा गया है। आननफानन में शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। शव को निकालकर पोस्टमार्टम कराया जाए।  

रैपुरा थानांतर्गत गांव चहटा नोनगई निवासी महिला रानू सिंह ने बताया कि उसकी बेटी खुशी (13) की 13 मार्च को ट्रैक्टर पलटने से थ्रेसर के नीचे दबकर मौत हो गई थी। उसका आरोप है कि चालक ने जानबूझकर लापरवाही से ट्रैक्टर चलाया, जिससे उसकी बेटी की मौत हो गई। बताया कि पुत्री की मौत से वे लोग सदमे में थे और इसी दौरान उसका अंतिम संस्कार कर दफना दिया गया। 

उसने बताया कि उन लोगों को आशंका है कि खुशी की दुर्घटना में मौत नहीं हुई बल्कि जानबूझकर मारा गया है। कुछ लोगों की उनसे रंजिश है। इसी वजह से बेटी की हत्या की गई। पिता ने बताया कि इस संबंध में जब थाना पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की तो उन लोगों को धरने पर बैठना पड़ा। उनकी मांग है कि बेटी के शव को निकालकर पोस्टमार्टम कराया जाए और फिर रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाए।

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