बदायूं: जिला अस्पताल में बढ़े हेपेटाइटिस के 218 मरीज, दूषित पानी का असर
बदायूं, अमृत विचार: मौसम में आ रहे बदलाव के कारण हेपेटाइटिस के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। एक माह में 218 हेपेटाइटिस के मरीज जिला अस्पताल में बढ़े है। जांच के लिए सैंपल लखनऊ भेजे जाते हैं, जबकि कुछ सैंपल की जांच स्थानीय अस्पताल में भी होती है। चिकित्सकों का कहना है कि दूषित पानी और खराब खानपान की वजह से हेपेटाइटिस के मरीज बढ़ रहे हैं।
जिला अस्पताल में शनिवार को हेपेटाइटिस के 57 मरीजों को दवा दी गई। फिजिशियन डॉ. एएसएम कमल ने बताया कि हेपेटाइटिस के अधिकांश मरीज देहात क्षेत्र से आते हैं। शुद्ध पानी के अभाव में इस तरह की बीमारियां फैलती हैं। लोगों को साफ पानी नहीं मिलने से उन्हें पीलिया, बुखार और गठिया की बीमारी होने का अंदेशा रहता है। करीब 20 से 25 दिन में जब रिपोर्ट आती है तब उन्हें दवा दी जाती है। डॉ. कमल ने बताया कि अधिक दिनों तक बुखार रहने से हेपेटाइटिस होने का खतरा रहता है।
जिला अस्पताल से करीब 1400 से अधिक मरीजों को हेपेटाइटिस की दवा दी जा रही है। पिछले माह 1200 से अधिक मरीज दवा ले रहे थे। हेपेटाइटिस के संभावित मरीजों को महीने में किसी एक दिन बुलाया जाता है। इसके लिए उन्हें पहले से सूचना दी जाती है। इसी दिन मरीजों के ब्लड का सैंपल लिया जाता है। वह सैंपल लखनऊ भेजा जाता है। यहां से 20 या 25 दिन में रिपोर्ट आती है। रिपोर्ट देख कर पीलिया के मरीजों को दवा दी जाती है। इनमें काली पीलिया बेहद घातक होती है उसका उपचार 30 से 40 दिन तक चलता है।
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