सीतापुर: पांच चीनी मिलों का लाइसेंस निलंबित, किसानों को बहलाने का आरोप
सीतापुर, अमृत विचार। जिले की पांच प्रमुख चीनी मिलों का कीटनाशक विक्रय लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है। इन मिलों पर गन्ना किसानों को बहला-फुसलाकर खाद और कीटनाशक खरीदने के लिए मजबूर करने के गंभीर आरोप लगे हैं। प्रदेश के खुदरा कृषि व्यापारी वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष आर. के. कनौजिया ने जिला प्रशासन से इसकी शिकायत की थी। उन्होंने आरोप लगाया कि इन मिलों के कर्मचारी किसानों को गन्ना सट्टा पर्ची बढ़वाने का लालच देकर उनसे खाद और कीटनाशक जबरन खरीदवाते हैं।
बताया गया कि मिल क्षेत्र में गन्ना क्रय केंद्रों के पास ही खाद और कीटनाशकों का भंडारण कर किसानों को बेचा जा रहा था। जिला प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कार्रवाई की और संबंधित मिलों के लाइसेंस अस्थायी रूप से निलंबित कर दिए हैं। निलंबित मिलों में डालमिया भारत शुगर इंडस्ट्रीज की रामकोट और रामगढ़ इकाइयां, अवध शुगर मिल हरगांव, सेकसरिया शुगर फैक्ट्री बिसवां, श्रीराम लिमिटेड शुगर मिल हरियावां और अजवापुर शामिल हैं।
जिला कृषि अधिकारी मनजीत कुमार ने इस कार्रवाई की पुष्टि की है। वहीं, जिला कृषि रक्षा अधिकारी शिवशंकर सिंह ने बताया कि पांचों मिलों की शिकायतों के आधार पर कीटनाशकों के सैंपल लिए गए थे। परीक्षण के बाद सभी मिलों का लाइसेंस सात दिनों के लिए निलंबित कर उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है। यदि निर्धारित समय में संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया तो संबंधित मिलों के खिलाफ आगे की कठोर कार्रवाई की जाएगी।
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