Lucknow: आवेदन भी नहीं कर पाए शिक्षक, एक का हो गया स्थानांतरण

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Published By Muskan Dixit
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अलीगढ़ की शिक्षिका का कार्यमुक्ति का आदेश देख शिक्षक हैरान

लखनऊ, अमृत विचार: बेसिक शिक्षकों के परस्पर स्थानांतरण के आवेदन की अंतिम तिथि से पहले ही एक शिक्षिका का स्थानांतरण विभाग में चर्चा का विषय बन गया है। सोशल मीडिया पर शिक्षिका के कार्यमुक्ति का आदेश वायरल हो गया है। बेसिक के हजारों शिक्षक अलीगढ़ के चंडौस ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय सूरजपुर की सहायक अध्यापक पूर्णिमा सिंह का गौतमबुद्धनगर के लिए कार्यमुक्ति आदेश से हैरान हैं। 7 अप्रैल को कार्यमुक्ति आदेश अलीगढ़ के बीएसए डॉ. राकेश कुमार सिंह ने बेसिक शिक्षा परिषद सचिव सुरेंद्र तिवारी के आदेश पर किया है। शिक्षक पूछ रहे हैं कि किस स्थानांतरण नीति का पालन करते हुए यह कार्यमुक्ति आदेश किया गया, ताकि वह भी लाभान्वित हो सकें।

बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों में कार्यरत महिला/पुरुष शिक्षकों को करीब आठ वर्ष से सामान्य अंतः जनपदीय स्थानांतरण नहीं किए गए। जून 2023 में करीब 21 हजार शिक्षकों के अंतरजनपदीय स्थानांतरण किए गए, जिनमें लगभग 15 हजार महिलाएं थीं। पुरुष शिक्षकों में करीब सात हजार को ही स्थानांतरण मिला था, जिससे अधिकांश शिक्षक दूर जिलों में अटके हैं। ऐसे में कई शिक्षकों ने पारिवारिक व स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के आधार पर आवेदन देकर अंतरजनपदीय स्थानांतरण की मांग परिषद सचिव से की थी, लेकिन नहीं हुए।

इसी तरह की पीड़ा दूर जिलों में नियुक्त कई शिक्षकों की है। इनको तो अंतरजनपदीय स्थानांतरण नहीं मिले, लेकिन अलीगढ़ की एक सहायक अध्यापक गौतमबुद्धनगर के लिए कार्यमुक्त कर दी गईं। कार्यमुक्ति आदेश में अलीगढ़ बीएसए ने लिखा है कि बेसिक शिक्षा परिषद सचिव के 4 अप्रैल के पत्रांक के द्वारा यह स्थानांतरण किया गया है। वहीं जब इस संबंध में सचिव सुरेन्द्र तिवारी से संपर्क करने की कोशिश कि गई तो उनसे बात नहीं हो पाई।

बोले शिक्षक नेता

उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने बताया कि इस तरह का स्थानांतरण परस्पर तबादला नीति का उल्लंघन है , प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षित स्नातक एसोसिएशन के अध्यक्ष विनय कुमार सिंह ने कहा कि अगर यह स्थानांतरण विशेष परिस्थितियों में किया गया है तो कई ऐसे शिक्षक है जो कि 15 वर्षों से अपने मूल जनपद से दूर रह कर सेवा दे रहे हैं और गंभीर बीमारियों से ग्रस्त हैं उनका भी स्थानांतरण किया जाना चाहिए। जूनियर शिक्षक संघ के अध्यक्ष योगेश त्यागी का कहना है कि अभी तक सभी शिक्षकों ने परस्पर स्थानांतरण के लिए आवेदन तक नहीं किया। पूरी प्रक्रिया बाकी है। उससे पहले इस तरह का आदेश चौंकाने वाला है। इससे शिक्षकों में रोष है।

विशेष परिस्थितियों में शासन के आदेश पर स्थानांतरण किया जा सकता है। इस संबंध में उच्चाधिकारियों के निर्णय के बाद ही यह फैसला लिया गया होगा। इस संबंध में पूरी जानकारी नहीं है।

गणेश कुमार, अपर शिक्षा निदेशक (बेसिक)

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