Lucknow University: सड़कों पर उतरे सैकड़ों छात्र, मैदान ए जंग बनाने वालों पर कठोर कार्रवाई की मांग
लखनऊ, अमृत विचार: लखनऊ विश्वविद्यालय को मैदान ए जंग में तब्दील करने वाले छात्रों को लेकर विश्वविद्यालय के छात्रों का गुस्सा भड़क गया है। गुरुवार दोपहर के बाद सैकड़ों की संख्या में छात्रों ने कुलपति आवास घेर लिया। छात्र उपद्रवी छात्रों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग करते हुए सड़क पर ही धरना पर बैठ गए। इन छात्रों की मांग है कि चंद उपद्रवी छात्रों ने विश्वविद्यालय के गौरव को ठेस पहुंचाई है उनपर विश्वविद्यालय प्रशासन तत्काल कार्रवाई करे। भारी संख्या में जुटे छात्रों को देखते हुए मौके पर तत्काल चीफ प्राक्टर समेत विश्वविद्यालय प्रशासन के अधिकारी पहुंच गए और छात्रों को समझाने का प्रयास करते रहे।
उल्लेखनीय है कि महमूदाबाद छात्रावास में अपने मित्र से मिलने आए छात्रों और छात्रावास के छात्रों के बीच बुधवार को जमकर मारपीट हुई। मामला छात्रावास के पास गाड़ी का हार्न बजाने को लेकर हुआ था जिसमें बवाल इतना बढ़ गया कि लखनऊ विश्वविद्यालय का पूरा कैंपस छात्रों के युद्ध का मैदान बन गया था। इस घटना में उपद्रवियों ने कई निर्दोष छात्रों को भी निशाना बना लिया था। उपद्रव के बाद पूरे परिसर में भय और अफरातफरी का माहौल बन गया था। करीब डेढ से 2 घंटे तक विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों के दो गुट हिंसा का नंगा नाच करते रहे। घटना में आधा दर्जन छात्र बुरी तरह घायल हुए थे।
हबीबुल्ला हॉस्टल के छात्रों का कहना कि बाहर के कुछ युवक आए थे जिन्होंने सुबह करीब 10 बजे एक हबीबुल्ला हॉस्टल और सुभाष हॉस्टल के दो छात्रों को बुरी तरह पीटा है। जिसके बाद छात्रावासियों ने आईटी चौराहे पर जाम लगाया और दोपहर को कुलपति आवास घेर कर बैठ गए। छात्र तत्काल दोषियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
गुरुवार को भी तैनात रहा पुलिस बल
परिसर में हुए उपद्रव के बाद भारी संख्या में पुलिस बल गुरुवार को भी तैनात रहा। विश्वविद्यालय की हर गतिविधि पर सुरक्षाकर्मी और विश्वविद्यालय के गार्ड नजर रख रहे हैं। जबकि प्रॉक्टोरियल बोर्ड इस पूरे मामले की जांच में जुट गया है। हॉस्टल के बाहर विवाद करने के बाद डे स्कॉलर छात्र परिसर में लौट आए और शिवाजी ग्रांउड के पास इकट्ठा हो गए थे। बताया जाता है कि आने जाने वाले कई निर्दोष छात्रों की भी पिटाई की गई।
हार्न बजाने पर हुआ था विवाद
हॉस्टल के बाहर अपने मित्र से मिलने आए कुछ छात्रों ने लगातार गाड़ी का हॉर्न बजाया जिस पर छात्रावास के छात्रों ने विरोध किया। विरोध का मामला इतना बढ़ा कि आपस में ही मारपीट होने लगी। धीरे-धीरे यह उत्पात विश्वविद्यालय परिसर से लेकर हनुमान सेतु तक फैल गया था।
नो हांकिंग जोन बने विश्वविद्यालय
विश्वविद्यालय से जुडे कुछ छात्रों और शिक्षकों का कहना है कि विश्वविद्यालय परिसर में गाडियों का प्रवेश प्रतिबंधित है। इसे सिर्फ पार्किंग तक ही रखना चाहिए। इसके अलावा विश्वविद्यालय परिसर को नो हांक जोन बनाया जाना चाहिए। जिसमें किसी भी प्रकार के हॉर्न बजाने पर कड़ाई बरती जाए।
छात्रों की मांग को सुना गया है। जांच की जा रही है जो भी दोषी पाया जाएगा कठोर कार्रवाई होगी। विश्वविद्यालय में पठ्न-पाठन के वातावरण के साथ किसी को भी खिलवाड़ करने का मौका नहीं दिया जाएगा।
डॉ. राकेश द्विवेदी, चीफ प्राक्टर, लखनऊ विश्वविद्यालय
