लोकबंधु अस्पताल अग्निकांड... साजिश या हादसा!, जानें क्या कहती हैं जांच एजेंसी की रिपोर्ट

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Published By Muskan Dixit
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लखनऊ, अमृत विचारः सोमवार की रात को लोकबंधु अस्पताल का द्वितीय तल आग की आगोश में आ गया था। द्वितीय तल पर आइसीयू में लगी आग किसी की साजिश भी हो सकती है। जांच टीम की प्रांरभिक रिपोर्ट में जो मुख्य बात निकलकर सामने आई है उसमें यह अग्निकांड शार्ट सर्किट या विद्युत से घटित नहीं होना पाया गया है।

जांच रिपोर्ट के अनुसार स्टोर रूम से लगे शौचालय की वेंटीलेशन खिड़की से कोई जलती हुई चीज फेंके जाने से आग लगना की बात कही जा रही है। 

आशियाना स्थित लोकबंधु अस्पताल में सोमवार रात को आग लग गई थी। इसमें एक मरीज की मौत भी हो गई थी और करीब 200 मरीजों को सुरक्षित बाहर निकाला गया था।

घटना के बाद प्रशासन ने अग्निकांड की जांच करने के निर्देश दिए थे, विद्युत सुरक्षा की जांच टीम ने पाया कि अस्पताल के द्वितीय तल के ICU में फीमेल वॉर्ड और नर्सिंग काउंटर में बने दो टॉयलेटों की विंडो स्टोर की तरफ खुलती है।

हर दिन स्टोर सुबह दस बजे खुलता है और शाम चार बजे बंद हो जाता है। स्टोर में बड़ी मात्रा में गत्ते के डिब्बे स्प्रिट, रबर के दस्ताने, कॉटन के बंडल आदि सारा सामान रखा था।

14 अप्रैल को जब रात करीब साढ़े नौ बजे स्टोर बंद था और सभी विद्युत उपकरण भी बंद थे। स्टोर के अंदर शौचालय के पिछले भाग में अचानक से आग लग गई। इसके बाद वहां से आग तेजी से फैलने लगी।

मेंटीनेंस कर्मचारियों ने बताया कि स्टोर में लगे एयरकंडीशनर की सप्लाई तीन दिन से सर्विस के बाद से ठप थी। इस तरह अग्निकांड के समय एसी की एमसीबी बंद पड़ी हुई थी।

वहीं आइसोलेशन वार्ड में लगी एसी की इनडोर यूनिट के अलावा लाइट, फैन सर्किट और यूपीएस में भी किसी तरह की कोई खामी नहीं पायी गई। आइसोलेशन वार्ड के सामने नर्सिंग स्टेशन की एसी, एमसीबी आन थी। वहीं अन्य सभी लाइट और फैन सर्किट सही पाए गए, जिससे स्टोर या कहीं पर भी शार्ट सर्किट होने की संभावना नहीं हो सकती।

जांच के आधार पर विद्युत सुरक्षा अधिकारियों ने अग्निकांड के पीछे शार्ट सर्किट या फिर विद्युत की आशंकाओं की खामियों को खारिज कर दिया है। अब जांच रिपोर्ट आने के बाद इस बात की आशंका जताई जा रही है कि कहीं इस अग्निकांड के पीछे किसी की साजिश तो नहीं है।

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