Kanpur: परीक्षा परिणाम बच्चों में बढ़ा रहा तनाव; व्यवहार में बदलाव, मनोवैज्ञानिकों के पास बढ़े केस, पैरेंट्स को दी गई ये सलाह...

कानपुर, अमृत विचार। यूपी बोर्ड का रिजल्ट जारी हो गया है। अब मई में सीबीएसई और सीआईएससीई का परीक्षा परिणाम घोषित हो सकता है। यूपी बोर्ड परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद बने माहौल से बाकी परीक्षा परिणामों का इंतजार कर रहे बच्चों के व्यवहार में बदलाव आ रहा है। मनोवैज्ञानिकों के पास बच्चों में बदलाव के केस भी बढ़ गए हैं। मनोवैज्ञानिकों कहना है कि यदि बच्चों के व्यवहार में गुस्सा, अकेलापन, भूख कम लगना जैसे लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो अभिभावकों का सचेत रहने की जरूरत है। घरों में अभिभावकों के बीच बच्चों के रिजल्ट को लेकर चर्चाएं होने लगी हैं।
इससे बच्चों में तनाव बढ़ रहा है। मनोवैज्ञानिकों के पास रोजाना 25 से 30 केस इस तरह के पहुंच रहे हैं। जिनमें बच्चों में परीक्षा के परिणाम का डर सता रहा है। मनोवैज्ञानिक डॉ. एलके सिंह ने बताया कि उनके पास दो दर्जन से अधिक केस रोजाना ऑनलाइन या फिर सीधे क्लीनिक में आ रहे हैं। इनमें बच्चों में गुस्सा, तनाव, कुंठा व अवसाद के लक्षण मौजूद थे। ऐसे बच्चों के साथ-साथ अभिभावकों को भी सलाह दी गई है। अभिभावकों को घर का माहौल बेहतर करने और परीक्षा परिणाम पर बहुत अधिक चर्चा न करने को कहा जा रहा है।
बच्चों के ये लक्षण पहचानें
मनोवैज्ञानिकों ने बताया कि परीक्षा परिणाम का तनाव यदि बच्चे में घर कर रहा है तो उसे लक्षणों से पहचाना जा सकता है। बच्चों के व्यवहार में अचानक आए बदलाव को समझना जरूरी है।
- अचानक बच्चा अकेला रहना पसंद करने लगे
- खेलने या फिर टीवी देखने में उसका मन न करे
- भोजन की मात्रा में अचानक यदि बच्चा कमी कर दे
- अचानक छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा करना या झल्लाना
- परीक्षा परिणाम की बात होते ही उसे इग्नोर करने लगना
अभिभावकों के लिए सलाह
अभिभावक बच्चों के दोस्त बनकर रहें, उनके साथ समय बिताएं
अभिभावक हर समय परीक्षा परिणाम की बात करने से बचें
बच्चों को बहुत अधिक डांटने फटकारने से बचना चाहिए
यदि संभव हो तो बच्चों के साथ खेलना शुरू करें, घुमाना शुरू करें
बच्चों को किसी भी सूरत में बहुत अधिक देर तक अकेला न छोड़ें।