Bareilly: तौकीर बोले- पाक का पानी बंद करना काफी नहीं...खून का बदला खून ! इस्लामिया में करेंगे प्रदर्शन
बरेली, अमृत विचार। पहलगाम हमले को लेकर एक बार फिर आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां का बयान सामने आया है। मौलाना ने कहा कि पहलगाम हमला पूर्व में हुए हमले से बिल्कुल अलग था। जिसमें पहचान पूछकर लोगों को मारा गया। आतंकवादियों का मकसद ये संदेश देना था कि मुसलमानों ने पहचान पूछकर हिंदुओं को मारा है। जिससे देश के हिंदू भड़क जाएंगे और मुसलमानों पर हमलावर हो जाएंगे।
ये साजिश हमारे देश का माहौल खराब करने के लिए की गई है। लेकिन देश को ये बात समझ आ गई कि आतंकवादियों का असल मकसद क्या था। पहलगाम हमले के खिलाफ रविवार को इस्लामिया मैदान में जमा होने की अपील भी उन्होंने लोगों से की।
मौलाना ने सवाल करते हुए कहा कि अब तक पहलगाम हमले के आतंकवादियों पर कोई कार्रवाई नही हो सकी है, जो बेहद चिंता का विषय है। इस वक्त हिंदू-मुसलमान की बात नहीं बल्कि पूरे देश का सवाल है। विपक्ष ने भी भरोसा दिलाया है कि विपक्ष सरकार की कार्रवाई के साथ है। बावजूद इसके सरकार की तरफ से कोई ठोस कदम नहीं उठाया। पूरा देश इस वक्त इस आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है। महज पानी बंद कर देने से कुछ नहीं होगा बल्कि खून का बदला खून से देश को चाहिए।
आतंकवाद की कमर तोड़ने का ऐलान हमारे प्रधानमंत्री को कश्मीर जाकर करना चाहिए था। लेकिन ये काम उन्होंने बिहार जाकर किया। आतंकवाद के खिलाफ लड़ना है तो सब साथ हैं, लेकिन पूरे मुद्दे का राजनीतिक इस्तेमाल होगा तो इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। मौलाना ने कहा कि रविवार को तीन बजे इस्लामिया मैदान में पहलगाम हमले के खिलाफ एक जुट होकर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने रविवार को लोगों से इस्लामिया मैदान में पहुंचने की अपील की।
मौलाना तौकीर रजा खां ने चुनाव आयोग से अपील करते हुए कहा कि जब तक जब तक आतंकवादियों को माकूल जवाब नहीं दिया जाता तब तक बिहार और बंगाल के चुनावों रद किया जाए। किसी चुनावी रैली में प्रधानमंत्री या सरकार के नुमाइंदों को शरीक नहीं होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस आतंकवादी हमले को लेकर कुछ संगठन मुसलमानों की लिंचिंग कर रहे हैं। उनके खिलाफ घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है। ऐसे लोगों के खिलाफ सरकार को एक्शन लेना चाहिए। हम सरहद पार के आतंकवाद के खिलाफ साथ खड़े हैं, लेकिन देश में जो घटनाएं हो रही हैं उस पर सरकार को रोकना चाहिए।
