Lucknow News : जाम से कैसे मिलेगी राहत, जब एनएचआई पर सजती है आढ़त

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Published By Vinay Shukla
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लखनऊ-हरदोई राष्ट्रीय राजमार्ग किनारे लगने वाली अस्थाई मंडी से लगता है जाम

अमृत विचार : मलिहाबाद तहसील में लखनऊ-हरदोई राष्ट्रीय राजमार्ग पर बांस-बल्ली और तिरपाल डालकर बागवानों और व्यापारियों ने यातायात व्यवस्था को चौपट कर दिया है। जिससे मलिहाबाद मुख्य चौराहे पर जाम लगने का सिलसिला बदस्तूर जारी है।  जबकि, प्रदेश सरकार ने बागवानों और व्यापारियों को तमाम तरह की सुविधा देने के साथ वातानुकूलित मंडी का निर्माण कराया है। बावजूद इसके स्थानीय व्यापारी अस्थाई मंडी में दुकानें सजाकर एनएचआई के निर्माण कार्य में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। इस तरफ नगर पालिका और स्थानीय पुलिस का बिल्कुल भी ध्यान नहीं है। 

अस्थाई मंडी

अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस है एशिया की मंडी

गौरतलब है कि वर्ष 2016 में तत्कालीन यूपी सरकार ने बागवानों, किसानों व व्यापारियों को बतौर तोहफे में वातानुकूलित मंडी बनाने का कार्य शुरू किया था। लखनऊ-हरदोई राष्ट्रीय राजमार्ग पर लगने वाले अस्थायी मंडी को नजरनगर में एशिया की सबसे बड़ी मंडी बनाने के लिए कदम बढ़ाया था। हालांकि, सत्ता परिवर्तन के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसानों को उचित मुआवजा देकर उनकी अधिग्रहित भूमि गणपति मेगा बिल्डर इण्डिया प्रावइेट लिमिटेड को ठेका देते हुए वातानुकूलित मंडी के निर्माणकार्य को पूरा किया। इस मंडी में कुल 76 वातानुकूलित दुकानें बनाई गई। इसके साथ ही 2500 टन का एक कोल्ड स्टोर बनाया गया। जिसमें आम के उत्पादन में बढ़ोत्तरी हो सके। इसके अलावा, मंडी में किसानों, बागवानों और व्यापारियों के ठहरने के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस कमरे भी बनाए गए। इस मंडी का मकसद मैगो सिटी और ग्रीन बेल्ट को संजो कर रखा जाए।  

बांस बल्ली की दुकानें

एनएचआई निर्माण कार्य में बाधा बन रही अस्थाई मंडी

बीते चार साल से लखनऊ-हरदोई राष्ट्रीय राजमार्ग का चौड़ीकरण और फ्लाईओवर ब्रिज का निर्माण कार्य मलिहाबाद सर्किल में चल रहा है। हालांकि, मुख्य चौराहे पर लगने वाली अस्थाई मंडी ने एनएचआई के निर्माण कार्य में कई बार ब्रेक लगाया है। इसको लेकर मंडलायुक्त डॉ.रौशन जैकब ने कार्यदायी संस्था और नगर पालिका को मंडी हटवाने के निर्देश दिए थे। बावूजद इसके बागवान और व्यापारी बांस-बल्ली और त्रिपाल डालकर हाइवे किनारे आढ़त लगाए बैठे हैं। जिससे चौराहे पर जाम की समस्या जस की तस बनी हुई है।

मंडी की दुकानें

क्या कहते है जिम्मेदार

मंडी सचिव रेणु वर्मा का कहना है कि मंडी के निर्माण पूर्ण हो जाने के बाद आढ़तियो से आग्रह किया गया था वो नवीन मंडी में कार्य करें, लेकिन व्यापारी फिर भी अस्थाई मंडी लगाकर कार्य कर रहे है, जोकि पूर्णतया अवैध हैं। मलिहाबाद  एसीपी ऋषभ यादव ने बताया कि रोड पर खड़े वाहन या किसी तरह का अतिक्रमण किया जा रहा तो उसको तत्काल हटाया जाएगा। जो व्यापारी मंडी से अलग हट कर अपनी दुकान सजाए है, उनके ऊपर उपजिलाधिकारी से बात कर कार्यवाही की जायेगी।

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