गर्मी से बेहाल हुए लोग, अस्पतालों में पहुंच रहे मरीज, डॉक्टर्स ने ही बचाव की ये सलाह
लखनऊ, अमृत विचार: गर्मी बढ़ने के साथ लोग डायरिया की चपेट में आने लगे हैं। शहर के प्रमुख सरकारी अस्पतालों की इमरजेंसी में प्रतिदिन 40 से 50 मरीज पहुंच रहे हैं। राहत की बात ये है कि भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या कम है। ज्यादातर मरीजों को प्राथमिक उपचार देकर घर भेज दिया जा रहा है। चिकित्सक मरीजों और तीमारदारों को गर्मी से बचाव के लिए जागरूक भी कर रहे हैं।
बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में एक सप्ताह से डायरिया के मरीज अधिक आ रहे हैं। शनिवार को अलग-अलग इलाकों से 15 मरीज पहुंचे। इनमें से 4 को भर्ती करना पड़ा। अन्य को दवा देकर घर भेज दिया गया। मरीजों को गर्मी से बचाव के सुझाव भी दिए गए। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हिमांशु ने बताया कि गर्मी व गलत खानपान लोग बीमार हो रहे हैं। सिविल अस्पताल के सीएमएस डॉ. राजेश श्रीवास्तव ने बताया शनिवार को उल्टी-दस्त की परेशानी 10 से अधिक मरीज आए। इसमें दो को भर्ती किया गया। लोकबंधु अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर के मुताबिक डायरिया के चार से पांच मरीज भर्ती हो रहे हैं। इसमें बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक शामिल हैं।
ठाकुरगंज संयुक्त चिकित्सालय के सीएमएस डॉ. एसपी सिंह ने बताया प्रत्येक दिन डायरिया के औसतन 10-12 मरीज आ रहे हैं। इनमें से चार-पांच को भर्ती करने की जरूरत पड़ रही है। बीकेटी के रामसागर मिश्र अस्पताल के सीएमएस डॉ. वीके शर्मा ने बताया कुछ दिनों से उलटी दस्त के मरीजों की संख्या बढ़ी है। हालांकि, भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या कम है। चिकित्सक लोगों को गर्मी से होने वाली बीमारियों के बचाव को लेकर जागरूक भी कर रहें है। इसके अलावा महानगर के भाऊराव देवरस संयुक्त चिकित्सालय, राजाजीपुरम स्थि रानी लक्ष्मीबाई संयुक्त चिकित्सालय और चंदरनगर 50 बेड संयुक्त चिकित्सालय सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी गर्मी के प्रभाव वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है।
अस्पतालों में कोल्ड रूम तैयार
गर्मी और हीट वेव के चलते स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है। गर्मी से बचाव के लिए अस्पतालों में कोल्ड रूम बनाए गए हैं। अस्पतालों से लेकर सीएचसी और पीएचसी पर इलाज के इंतजाम किए गए हैं। बलरामपुर, सिविल और लोक बंधु अस्पताल में 10-10 बेड आरक्षित किए गए हैं। कोल्ड रूम, कोल्ड पैक, ओआरएस के पैकेट, शुद्ध ठंडा पेयजल के इंतजाम किये गए हैं। इसके अलावा शहर के दूसरे अस्पतालों और सीएचसी व पीएचसी पर गर्मी से बचाव को लेकर रोगियों के लिए दवाएं एवं अन्य व्यवस्थाएं की गई हैं।
ये है लक्षण
- पेट में मरोड़
- भूख में कमी आना
- लगातार उल्टी-दस्त होना
- अत्यधिक मतली आना
- पेट में दर्द और सूजन होना
- शरीर में पानी की कमी होना
- बार-बार बुखार आना
- मल के साथ खून आना
- बदहजमी की शिकायत होना
- सिर दर्द, मुंह सूखना और कमजोरी।
इन बातों का रखें ख्याल
- गर्मियों में सूती कपड़े पहनें।
- मौसमी सब्जियों का सेवन करें।
- धूप से बचने के लिए मुंह हाथ ढककर चलें।
- रोजाना चार से पांच लीटर पानी जरूर पिएं।
- अच्छे से पानी पीकर, खाना खाकर ही बाहर निकलें।
- गन्ने के रस, नारियल पानी और फलों के जूस का सेवन करें।
