कानपुर : चिड़ियाघर आसपास 1 किमी रेड जोन घोषित, मुर्गी फार्मों के सैंपल लिए 

कानपुर : चिड़ियाघर आसपास 1 किमी रेड जोन घोषित, मुर्गी फार्मों के सैंपल लिए 

जिलाधिकारी ने चिड़ियाघर निदेशक, पशु चिकिस्कों के साथ बैठक की, बब्बर शेर, मोर, बतख की मौत होने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप 

District administration alert regarding bird flu : कानपुर चिड़ियाघर में बब्बर शेर, मोर और पतख की मौत के बाद चिड़ियाघर और उसके आसपास 1 किमी के दायरे में रेड अलर्ट जारी करने के साथ ही पूरे शहर में भी रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। कई मुर्गी फार्म हाउस से भी सेंपल लेकर लैब में भेजे गये हैं और जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने अधिकारियों के साथ बैठक करके मामले की समीक्षा की और दिशा निर्देश जारी किए।

रविवार को जिलाधिकारी ने सरैसया घाट स्थित नवीन सभागार में बर्ड फ्लू से निपटने के लिए बैठक की जिसमें कानपुर प्राणि उद्यान की निदेशक श्रद्धा यादव, कई पशु चिकित्सक व सभी विभाग के जिम्मेदार शामिल हुए। कानपुर प्राणि उद्यान की निदेशक श्रद्धा यादव ने जिलाधिकारी को बताया कि पशु-पक्षियों का नियमित परीक्षण कराया जा रहा है। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने बर्ड फ्लू से बचने के लिए सावधानियों पर विचार रखे।

बताते चलें कि बीते दिनों गोरखपुर चिड़ियाघर से बब्बर शेर पटौदी को इलाज के लिए कानपुर चिड़ियाघर लाया गया था लेकिन पशु चिकित्सक उसे बचा नहीं सके और उसकी मौत हो गई। बब्बर शेर के कुल 13 सेंपल लेकर जांच के लिए भोपाल भेजा गया था, जहां से शेर की रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई। अब कानपुर चिड़ियाघर 19 मई तक बंद कर दिया गया है। कानपुर जू में बाघिन कई पशु पक्षियों की तबियत भी सुस्त बताई जा रही है लेकिन चिड़ियाघर प्रशासन का कहना है कि गर्मी के कारण पशु-पक्षी सुस्त हैं, ऐसी कोई बात नहीं है। 

दो दर्जन से अधिक कर्मियों के सेंपल लिए 
कानपुर चिड़ियाघर के 25 से अधिक कर्मियों के सेंपल लेकर लैब में भेजे गये हैं जिसकी रिपोर्ट मंगलवार को आएगी। इसके अतिरिक्त सभी प्रजाति के पशु, पक्षियों के भी सेंपल लिये गये हैं। चिड़ियाघर में नियमित फांगिंग की जा रही है। 

मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने ये टिप्स दिए
॰ नवंबर से मार्च तक पक्षियों पर विशेष सतर्कता बरतें, बीमार पक्षियों को स्वस्थ पक्षियों से अलग रखें, बर्ड फ्लू की संभावना होने पर मृत पक्षी को कोल्ड चैन में एनआईएचएसडी आनंद नगर भोपाल भेजा जाए, मृत एवं सक्रमित पक्षियों को गहरे गड्ढे में ढकने के साथ ही ऊपर से चूना भी डाल दें। कहीं कोई पक्षी मृत दिखाई दे तो तुरंत अधिकारियों को सूचित करें, मृत एवं संक्रमित पक्षियों के पास न जाएं, कुक्कुट फार्मों के आप-पास झाड़ियां न उगाएं और तालाब में पानी नहीं ठहरने दें। मृत पक्षियों को खुले में नहीं फेंकें और संक्रमित क्षेत्रों में भ्रमण से बचें।

मृत पक्षियों की जानकारी के लिए कंट्रोल रुम
जनपद में कहीं भी किसी पशु या पक्षी की अचानक मौत की सूचना मिलती है तो पशु पालन विभाग के टेलीफोन नंबर 0512-2535098 या फिर स्वास्थ्य विभाग के मोबाइल नंबर 9695333671 पर सूचना दें।

पोल्ट्री फार्म या उत्पादन पर रोक नहीं
जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने कहा है कि जनपद के किसी भी क्षेत्र में पोल्ट्री या पोल्ट्री उत्पाद के विपणन एवं आवागमन पर जिला प्रशासन द्वारा कोई प्रतिबंध नहीं लगाया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने बैठक में जिलाधिकारी को बताया कि कुल 88 मानव सीमन सैंपल एवं 08 सर्विलांस सीमर सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। पशुपालन विभाग ने कुल 200 सर्विलांस सेंपल लिये गये हैं।

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