एमबीबीएस की परीक्षा में नकल करने पर तीन छात्र निलंबित

Amrit Vichar Network
Published By Pawan Singh Kunwar
On

हल्द्वानी, अमृत विचार: राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में तीन मेडिकल छात्रों को परीक्षा के दौरान इलेक्ट्रॉनिक गैजेट से नकल करना भारी पड़ गया। दोनों को ही नकल में प्रयुक्त किए गए इलेक्ट्रॉनिक गैजेट के साथ पकड़ लिया था। जिसके बाद कॉलेज प्रबंधन ने तीनों को ही एक साल के निलंबित कर दिया है। 
राजकीय मेडिकल कॉलेज में बीती फरवरी को एमबीबीएस की परीक्षा हुई थी।

परीक्षा व्यवस्थापक ने सख्त निर्देश दिए थे कि छात्र किसी भी प्रकार का इलेक्ट्रॉनिक गैजेट अपने साथ नहीं लाएंगे। परीक्षा केंद्र में जाने के दौरान सभी छात्रों की चेकिंग भी की गई थी। इसके बावजूद दो छात्र अपने साथ गैजेट लाने में सफल रहे। परीक्षा केंद्र में एग्जामनर ने देखा कि दो छात्रों की गतिविधियां संदिग्ध हैं। उनकी और उनके डेस्क की तलाशी ली गई तो डेस्क के नीचे स्मार्ट वॉच रखी मिली। इसके अलावा एक अन्य छात्र पर्ची से नकल करते हुए पकड़ा गया। कॉलेज प्रबंधन ने तुरंत ही कार्रवाई करते हुए स्मार्ट वॉच और परीक्षा कॉपियों को जब्त कर लिया। मामले की जांच हेमवती नंदन बहुगुणा (एचएनबी) मेडिकल यूनिवर्सिटी ने की। जांच में सभी आरोप सही पाए गए। अब यूनिवर्सिटी ने तीनों छात्रों को एक साल के लिए निलंबित कर दिया गया है। कॉलेज प्रबंधन के अनुसार ऐसा पहली बार है कि राजकीय मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस छात्रों पर नकल करने पर निलंबन की कार्रवाई की गई हो। 

अब मेडिकल छात्रों की होगी बायोमेट्रिक हाजरी
हल्द्वानी। राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में एमबीबीएस के छात्र और छात्राएं अपनी कक्षाओं में नियमित तौर पर नहीं जा रहे हैं। एमबीबीएस के छात्रों की सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक कक्षाएं चलती हैं। जांच में सामने आया है कि आधे छात्र और छात्राएं अपनी कक्षाओं में नहीं जा रहे हैं। कॉलेज प्रबंधन ने कक्षाओं के समय में लाइब्रेरी में बैठने पर एमबीबीएस छात्र-छात्राओं पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही बायोमेट्रिक हाजरी की भी तैयारी की जा रही है। राजकीय मेडिकल कॉलेज के चीफ वॉर्डन डॉ. आरजी नौटियाल के अनुसार परीक्षाओं में पूरी पारदर्शिता के लिए कॉलेज प्रबंधन लगातार प्रयास कर रहा है। हमारी कोशिश है किसी भी प्रकार की नकल न हो। छात्र-छात्राओं को जागरूक भी किया जा रहा है और साथ ही सख्त कदम भी उठाए जा रहे हैं। इसके साथ ही एमबीबीएस के छात्र-छात्राएं अपनी कक्षाओं में नियमित पहुंचे इसके लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं।

संबंधित समाचार