हादसे के 13वें दिन जिंदगी की जंग हार गई शिवानी : कस्तूरबा स्कूल में मल्टीपल हैंडवॉश गिरने से हुई थी घायल
Seventh grade student injured in the accident dies : कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में मल्टीपल हैंडवॉश गिरने से घायल हुई सातवीं कक्षा की शिवानी हादसे के 13 वें दिन जिंदगी की जंग हार गयी। हादसे के बाद उसका इलाज अयोध्या मेडिकल कालेज में चल रहा था। रविवार को उसकी तबीयत अचानक बिगड़ गयी और देर रात उसकी मौत हो गयी। बेटी की मौत से परिवार में मातम पसरा है। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
नवाबगंज क्षेत्र के जफरापुर गांव स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में बीते 14 मई को मल्टीपल हैंडवाश की दीवार गिर गयी थी। इस हादसे में स्कूल की तीन छात्राएं शिवानी, मीनाक्षी व कीर्ति गंभीर रूप से घायल हो गयी थीं। तीनों छात्राओं को अयोध्या मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया था जहां से शिवानी को लखनऊ स्थित पीजीआई हास्पिटल रेफर कर दिया गया था। इलाज के बाद मीनाक्षी व कीर्ति तो ठीक हो गयीं लेकिन शिवानी की हालत नाजुक बनी रही। एक सप्ताह पहले स्कूल की वार्डेन आशा पांडेय शिवानी को डिस्चार्ज कराकर फिर से अयोध्या मेडिकल कालेज ले आई थीं।
तब से उसका इलाज चल रहा था लेकिन हादसे के 13 वें दिन रविवार को उसकी हालत बिगड़ गयी और देर रात उसकी मौत हो गयी। शिवानी की मौत से परिवार में मातम पसरा है। वह चार भाई-बहनों में सबसे छोटी थी। पिता गुजरात में रहकर मजदूरी करते हैं। बिटिया की मौत की सूचना मिलने के बाद वह घर के लिए निकल गए हैं। वहीं घर की सबसे छोटी सदस्य की मौत के बाद मां और बहनें रो-रो कर बेहाल हैं। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। नवाबगंज थानाध्यक्ष अभय सिंह ने बताया कि मृतक छात्रा का पोस्टमार्टम अयोध्या में हो रहा है। मामले में कोई तहरीर नहीं मिली है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने और तहरीर मिलने पर कारवाई की जायेगी।
शिवानी की मां ने वार्डन को ठहराया बिटिया की मौत का जिम्मेदार
मृतक छात्रा की मां सुमित्रा ने विद्यालय की वार्डन को बिटिया का मौत का जिम्मेदार ठहराया है। सुमित्रा ने बताया कि जब शिवानी लखनऊ पीजीआई में भर्ती थी तब वह भी गई थी। विद्यालय की वार्डन आशा पांडेय बेटी को डिस्चार्ज कराके जब अयोध्या मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराने लगीं तो मैने कहा कि मैं अपनी बेटी को प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराऊंगी तो उन्होंने साफ मना कर दिया। वार्डन ने धमकी देते हुए कहा कि चाहे जिससे सिफारिश करा लो लेकिन मैं तुम्हें बेटी नहीं सौपूंगी। मृतका की मां का आरोप है कि करीब एक हफ्ते से शिवानी का इलाज अयोध्या मेडिकल कॉलेज में चल रहा था। इस बीच मैंने कई बार बेटी का इलाज प्राइवेट अस्पताल में करवाने की बात की तो वार्डन नहीं मानी लेकिन जब शिवानी की तबीयत रविवार को बिगड़ी तो वार्डन ने कहा कि लिखित रूप में दे दो फिर बेटी को ले जाओ।
वार्डन कराती हैं बच्चों से साफ-सफाई
मृतका की मां ने कहा कि जब हैंडवाश और दीवार गिरी तब वार्डन शिवानी व अन्य छात्राओं से हैंडवाश की सफाई करवा रहीं थी। वहीं दीवार गिरने से घायल हुई छात्रा मीनाक्षी ने बताया कि वार्डन हर हफ्ते अलग-अलग छात्राओं का समूह बनवाकर हैंडवाश, झाडू-पोछा, बर्तन धुलवाने का काम करातीं थी। यदि कोई छात्रा मना करती तो बड़ी मैडम वार्डन आशा पांडेय डांटती मारती हैं। इन आरोपों के संबंध में जब वार्डन आशा पांडेय से बात करने का प्रयास किया गया तो उनका फोन एक बार उठा। सवाल पूछने पर फोन काटकर उन्होंने स्विच आफ कर लिया। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल तिवारी ने बताया कि घटना की जांच करायी जा रही है। दोषियों से खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी।
एसडीएम कर रहे घटना की जांच
कस्तूरबा स्कूल में हुए हादसे की जांच उपजिलाधिकारी तरबगंज राजीव मोहन सक्सेना कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि छात्रा की मौत की घटना दुखद है। दीवाल गिरने के मामले में निर्माण की गुणवत्ता की जांच के लिए सैमपलिंग कराई गई है। घटना से जुड़े हर पहलू की बारीकी से जांच कर दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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