कानपुर : ऑस्ट्रेलिया में भी पढ़ाई करेंगे एचबीटीयू के छात्र
ऑस्ट्रेलिया की वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी से होगा समझौता, एमओयू की प्रक्रिया पूरी, जून में विश्वविद्यालयों में होगा एमओयू
कानपुर : एचबीटीयू के छात्र अब ऑस्ट्रेलिया में भी पढ़ाई कर सकेंगे। इस सुविधा के लिए विश्वविद्यालय की ओर से ऑस्ट्रेलिया के विश्वविद्यालय से एमओयू होने जा रहा है। विश्वविद्यालय के अधिकारियों की माने तो एमओयू की सभी प्रक्रिया पूरी हो गई है। जून में इसे जारी कर दिया जाएगा।
ऑस्ट्रेलिया के वेस्टर्न सिडनी विश्वविद्यालय से एचबीटीयू का एमओयू होने के बाद यहां पढ़ाई कर रहे छात्रों को भी विदेश में अतिरिक्त पढ़ाई का मौका मिल सकेगा। खासतौर पर शोध और संयुक्त शोध के लिए उन्हें नए अवसर मिल सकेंगे। एचबीटीयू का मानना है कि इस एमओयू के तहत होने वाले संयुक्त शोध से दोनो ही विश्वविद्यालयों में शोधकार्य को बढ़ावा मिल सकेगा। खासतौर पर तकनीक पर होने वाले शोध को आगे बढ़ाया जा सकेगा। इसके अलावा दोनो ही विश्वविद्यालयों के बीच फैकेल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम भी संभव हो सकेगा। इससे दोनो ही विश्वविद्यालयों की फैकेल्टी का अनुभव विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रहे युवाओं को फायदा पहुंचाएगा।
दोनो ही विश्वविद्यालयों के बीच मैनेजमेंट, इंजीनिनियरिंग और बेसिक साइंस विषय के छात्रों को एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत शामिल किए जाने की योजना है। छात्रों को मिलने वाली सुविधा पर डीन इंटरनेशनल स्टूडेंट अफेयर प्रो संजीव कुमार ने बताया कि एमओयू के तहत सभी प्रक्रिया पूरी हो गई है। जून में यह एमओयू होने की पूरी संभावना है। एमओयू होने के बाद युवाओं को एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत कई लाभ हो सकेंगे।
स्टार्टअप को मिलेगा लाभ
वेस्टर्न सिडनी विश्वविद्यालय के साथ समझौता होने पर स्टार्टअप को भी बढ़ावा मिल सकेगा। एचबीटीयू में युवाओं की ओर से स्टार्टअप पर किए जाने वाले काम बेहतर तरह से आगे बढ़ सकते हैं। स्टार्टअप इंटरनेशनल नीड के अनुसार अपडेट हो सकेंगे। इसी तरह विदेशी विश्वविद्यालयों के छात्रों की ओर से तैयार किए जा रहे स्टार्टअप को भारत के बाजार और यहां की जरूरतों के अनुसार युवाओं का अनुभव मिल सकेगा।
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