पर्चा एक रुपये का, दवाएं एक हजार की... ठाकुरगंज संयुक्त अस्पताल में मेडिकल स्टोर्स से कमीशन खा रहे डॉक्टर?
लखनऊ, अमृत विचार: पर्चे पर लिखी दो दवाएं बाहर के मेडिकल स्टोर से मिलेगी ये दवाएं आपके ठीक होने के लिए बहुत जरुरी हैं। अस्पताल से निकलते ही तीसरे नंबर के मेडिकल स्टोर से दवाएं लेनी हैं। कुछ ऐसे ही शब्दों से ठाकुरगंज संयुक्त चिकित्सालय के चिकित्सक मरीजों को सेहत का हवाला देकर बाहर की धड़ल्ले से दवाएं लिख रहें। इससे गरीब वर्ग के मरीज इलाज कराने में असमर्थ हो रहें। दवाएं महंगी होने से कई मरीज इलाज बीच में ही छोड़ने को मजबूर हैं।
शनिवार को कई मरीजों ने इसको लेकर अस्पताल प्रशासन से शिकायत की है। जिसके बाद अस्पताल प्रशासन ने सम्बंधित चिकित्सक को नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगने की बात कही है।
ठाकुरगंज संयुक्त चिकित्सालय 200 बेड की क्षमता का अस्पताल है। यहां रोजाना करीब 1500 मरीज ओपीडी में आते हैं। शनिवार को टीबी एंड चेस्ट क्लीनिक के चिकित्सक धड़ल्ले से मरीजों को बाहर की दवाएं लिख रहे थे। पंजीकरण संख्या- 20250062927 पर भी चिकित्सक ने बाहर की दवाएं लिखी। मरीज ने बताया कि चिकित्सक ने यह तक कहा कि ये दवाएं तुम्हारे स्वास्थ्य के लिए जरुरी हैं। दवा अस्पताल गेट से निकलते ही तीसरे नंबर के मेडिकल स्टोर पर ही मिलेगी। उचित छूट भी मिल जाएगी। महिला मरीज के पति ने बताया कि सम्बंधित मेडिकल स्टोर पर जाने पर दवाएं 1050 रुपये की थी। उसके पास इतने पैसे नहीं थे। लिहाजा वह महज दो दिन की ही दवा खरीद सका। उसने सरकारी सिस्टम को कोसते हुए कहा जब सरकारी अस्पताल में ही दवाएं नहीं है तो गरीब मरीज कहां जाएगा, सरकार को इस समस्या पर ध्यान देना चाहिए। वहीं, पंजीकरण संख्या - 20250016959 और 20250039792 के पर्चे पर ही चिकित्सक ने बाहर की दवाएं लिखी थी, जो काफी महंगी होने के कारण मरीजों-तीमारदारों में नाराजगी दिखी।
कोड वर्ड में लिखी जा रहीं दवाएं
टीबी एंड चेस्ट क्लीनिक के चिकित्सक द्वारा बाहर की दवाएं लिखने में कोड वर्ड का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। जिसे सिर्फ मेडिकल स्टोर कर्मी ही बता सकते हैं कि कौन सी दवा लिखी गई है।
उपमुख्यमंत्री के निर्देशों का भी नहीं हो रहा पालन
बाहर की दवाएं लिखने की शिकायत मिलने पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने गत मंगलवार को बलरामपुर अस्पताल का निरीक्षण किया था। इस दौरान दो चिकित्सकों के पर्चे पर बाहर की दवाएं लिखने की पुष्टि होने पर उन्हें नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा गया है। जिसके बाद उपमुख्यमंत्री ने प्रदेश के सभी चिकित्सालय के प्रभारियों को बाहर की दवाएं न लिखने को लेकर आदेश जारी किया है। इसके बावजूद चिकित्सक है कि बाहर से दवाएं लिखने का मोह नहीं छोड़ पा रहें।
चिकित्सक बाहर की दवाएं न लिखे इसको लेकर सभी को सख्त निर्देश दिए गए हैं। शनिवार को एक चिकित्सक द्वारा बाहर की दवाएं लिखने की शिकायत मिली है। मामले का संज्ञान लेकर सम्बंधित चिकित्सक को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा जाएगा।
- डॉ.एसपी सिंह,सीएमएस ठाकुरगंज संयुक्त चिकित्सालय
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