Lucknow: 1,59,759 कार्मिकों ने नहीं भरा स्व मूल्यांकन, शासन सख्त, दिया आखिरी मौका

एसीएस से लेकर डीएम तक को कार्मिकों का ब्योरा दर्ज कराने का निर्देश

Lucknow: 1,59,759 कार्मिकों ने नहीं भरा स्व मूल्यांकन, शासन सख्त, दिया आखिरी मौका

लखनऊ, अमृत विचार। बार-बार मौका दिए जाने के बाद भी 159759 कार्मिकों ने अपना ब्योरा मानव संपदा पोर्टल पर नहीं भरा है। शासन ने एसीएस से लेकर डीएम तक को पत्र लिखकर कहा है कि क, ख, ग और घ श्रेणी के सभी कार्मिक 10 जून तक वर्क फ्लो जेनरेशन व 15 जून तक स्व मूल्यांकन आख्या नहीं भरते हैं तो, शून्य मंतव्य के साथ एपीएआर व मूल्यांकन आगे आटो फारवर्ड हो जाएगा।

राज्य सभी 8,16,282 कार्मिकों को वर्ष 2024 में अपना काम-काज और स्व मूल्यांकन आख्या पोर्टल पर भरना अनिवार्य किया गया है। हालांकि मानव संपदा पोर्टल पर वर्ष 2023-24 में पहले सिर्फ समूह ''क'' व ''ख'' श्रेणी के कर्मियों के लिए यह अनिवार्य था, इस साल से समूह ''ग'' व ''घ'' कर्मियों को भी देना जरूरी कर दिया गया है। समूह घ के कर्मचारियों की आख्या उनके नियंत्रक अधिकारी भरेंगे। इस संबंध में वार्षिक प्रविष्टि मानव संपदा पोर्टल पर ऑनलाइन दाखिल करने के संबंध में नए दिशा निर्देश मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने जारी किए थे।

3 अगस्त, 2023 को जारी शासनादेश में राज्य कर्मचारियों की नियुक्ति, कार्यभार ग्रहण, कार्यमुक्ति, अवकाश प्रबंधन, मेरिट बेस्ड ऑनलाइन ट्रांसफर, वार्षिक मूल्यांकन रिपोर्ट (एपीआर) प्रबंधन, वेतन आहरण, सेवा पुस्तिका प्रबंधन मानव संपदा पोर्टल के माध्यम से संपादित करने के निर्देश दिए गए थे। वर्ष 2024-25 के लिए इसे 30 अप्रैल तक अनिवार्य रूप से ऑनलाइन शुरू कर दिया गया। समूह ''क'', ''ख'' व ''ग'' के अधिकारियों व कर्मियों द्वारा स्वमूल्यांकन आख्या 31 मई तक मानव संपदा पोर्टल पर उपलब्ध करानी थी। हालांकि समूह ''घ'' के कर्मियों द्वारा स्व मूल्यांकन आख्या प्रस्तुत नहीं की जाएगी। उनके नियंत्रक अधिकारी द्वारा उनकी वार्षिक प्रविष्टियां अंकित होगी।

बार-बार आदेश के बावजूद 7 मई तक 2,75,300 लोगों के स्व मूल्यांकन आख्या, प्रतिवेदक, समीक्षक स्वीकर्ता अधिकारी के मंतव्य अंकन लंबित थे। विभागों की ओर से कहा गया कि 15 मार्च बीत जाने के बाद पोर्टल लॉक है, लंबित प्रविष्टियों का अंतिमीकरण नहीं हो पा रहा है। जवाब में 20 मई को जारी शासनादेश में पोर्टल का लॉक खोल दिया गया। 25 मई तक सभी को प्रविष्टियां दर्ज करने के निर्देश दिए गए। इसके बावजूद लापरवाही सामने आने पर फिर 2 जून की समीक्षा में मात्र 5,38,945 कार्मिकों की ओर से अपनी प्रविष्टियां और वर्क फ्लो जनरेट कराया पाया गया। अगली तिथि 5 जून तक भी यह आंकड़ा मात्र 6,56,523 तक ही पहुंचा है।

ताजा शासनादेश में शासन ने सख्त निर्देश जारी करते हुए सभी एसीएस, प्रमुख सचिव, सचिव, सभी विभागाध्यक्ष, मंडलायुक्त और जिलाधिकारियों से कहा है कि राज्य कर्मचारी समूह क, ख, ग और घ को वर्क फ्लो जेनरेशन हर हाल में 10 जून तक और स्व मूल्यांकन आख्या 15 जून तक दर्ज कराएं। जिन कार्मिकों का वर्क फ्लो जेनरेशन 5 जून तक हो गया है, उन्हें 10 जून तक ही स्व मूल्यांकन आख्या देनी होगी।

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