सद्गुरु की कृपा से ही प्रभु से होता मिलन: करौली शंकर

सद्गुरु की कृपा से ही प्रभु से होता मिलन: करौली शंकर

कानपुर, अमृत विचार। श्री करौली शंकर महादेव पूर्वज मुक्तिधाम आश्रम में मानव कल्याण एवं रोग मुक्त भारत, शोक मुक्त भारत के संकल्प के साथ तीन दिवसीय पूर्णिमा महोत्सव शुरू हुआ। मिश्री मठ हरिद्वार के तृतीय मठाधिपति करौली शंकर महादेव ने श्रद्धालुओं को गुरु दीक्षा दी। उन्हें सद्मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया। कहा कि जो लोग सद्गुरु में आस्था, विश्वास रखते हैं उन पर गुरु की कृपा होती है। ऐसे लोगों का प्रभु से साक्षात्कार गुरु ही कराते हैं। बिना गुरु के प्रभु से मिलन संभव ही नहीं है।

करौली शंकर महादेव ने कहा कि माता- पिता, गुरु और भगवान पर संदेह न करें। गुरु जैसी कृपा कोई नहीं कर सकता है।  गुरु अपने शिष्यों में कभी भेद नहीं करता है। उसके लिए सभी शिष्य एक समान होते हैं वह सदैव चाहता है कि उनके शिष्य तरक्की करें। उन्हें भगवत कृपा प्राप्त हो और उनका जीवन सुखमय हो। जो लोग गुरु के बताए मार्ग पर चलते हैं उनका कभी अहित नहीं हो सकता है। ऐसे लोगों का जीवन सुखमय ही होता है। गुरु के बताए मार्ग का अनुसरण जरूर करें। जो गुरु के आदर्श पर चलते हैं वे प्रगति के पथ पर आगे बढ़ते चले जाते हैं। इस अवसर पर करौली शंकर महादेव के साथ श्रद्धालुओं ने पंच महाभूति शुद्धि हवन किया।  

मंत्र दीक्षा एवं तंत्र क्रिया योग दीक्षा व ध्यान साधना कार्यक्रम में भी शामिल हुए। 11 जून को मंत्र दीक्षा व तंत्र क्रिया योग दीक्षा (लेवल 1 से 10 तक) के शिष्यों का पात्रता चयन एवं दीक्षा का आयोजन किया जाएगा। पूर्णिमा महोत्सव के उपरांत 12 एवं 13 जून  को लेवल 10 के साधकों के साथ ध्यान साधना एवं विशेष ज्ञान चर्चा सम्पन्न होगी। करौली शंकर महादेव ने बताया कि धाम की ओर से समाज के सांस्कारिक उत्थान के लिए सरसैया घाट पर प्रत्येक रविवार को सायं 7:30 बजे गंगा महाआरती का आयोजन भी होता है।