बदायूं: सड़क पर गोवंशों का डेरा पैदा कर रहा हादसे का डर
बदायूं, अमृत विचार। जनपद में छुट्टा गोवंश की समस्या से हर कोई परेशान है। गांव से लेकर शहरों तक में छुट्टा गोवंश लोगों के लिए मुसीबत बने हुए हैं। हाईवे पर छुट्टा गोवंश दिन भर जमे रहते हैं जिससे वाहन चालक भी खतरे से बाहर नहीं हैं। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को कई बार पत्र लिखे, लेकिन छुट्टा गोवंश की समस्या से निजात नहीं मिली।
मुरादाबाद-फर्रुखाबाद हाइवे स्थित ग्राम कुलचौरा में करीब 500 से अधिक छुट्टा गोवंश हैं। छुट्टा गोवंश गांव से लेकर खेतों में रात दिन घूमते हैं। इससे लोगों की फसलें नष्ट हो रही हैं। कुलचौरा गांव रोड पर है इसलिए इस हाईवे पर छुट्टा गोवंश हर समय खड़े रहते हैं। रोड से गुजरने वाले वाहन चालक छुट्टा गोवंश से बच कर निकलते हैं। बीच रोड पर सांड़ सुबह से शाम तक खड़े रहते हैं। बस और ट्रक जैसे बड़े वाहन भी कभी कभी काफी देर तक खड़े रहते हैं। जब गोवंश को लाठी लेकर दौड़ाया जाता है तो वाहन निकलते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि छुट्टा गोवंश की समस्या को लेकर जिला प्रशासन को कई बार पत्र दिए गए। गोवंश को गोशाला में संरक्षित कराने की मांग की गई, मगर किसी अधिकारी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। उधर, मुरादाबाद रोड स्थित
सिलहरी और बिसौली क्षेत्र में सैकड़ों गोवंश रात को हाईवे पर बैठते हैं जिससे वाहन चालकों को दिक्कत होती है। बिसौली निवासी राजीव गुप्ता ने बताया कि बिसौली से आसफपुर रोड पर दिन में गोवंश सड़क पर ही बैठते हैं। इससे ऑटो ई रिक्शा चालकों को दिक्कत होती है। चार दिन पूर्व एक ई रिक्शा गोवंश को बचाने के चक्कर में पलट गया। इससे तीन लोग चोटिल हो गए। राजीव ने बताया कि स्थानीय दुकानदार दिन में गोवंश को दुकानों के आगे से हटाते रहते हैं, लेकिन गोवंश वहां पर कूड़ा कचरा खाते रहते हैं। इससे दुकानदारों को परेशानी होती है।
दातागंज रोड स्थित लखनपुर गांव पर सैकड़ों गोवंश हैं। यहां पर मार्च में गोवंश पकड़ने को अभियान चलाया गया था जिसमें करीब दो दर्जन गोवंश पकड़े गए थे। ग्रामीणों ने बताया कि गोशालाओं से फिर गोवंश छोड़ दिए गए जो अब खेतों में सड़कों पर इधर-उधर बैठते हैं। दातागंज रोड पर ही डहरपुर गांव के निकट सैकड़ों गोवंश का झुंड रहता है।
लोगों ने गोवंश की समस्या को लेकर एसडीएम को भी अवगत कराया। तहसील दिवस में प्रार्थना पत्र देकर गोवंश से निजात दिलाने की गुहार की गई, लेकिन इस पर आज तक किसी अधिकारी ने कोई कार्रवाई नहीं की है। पशुपालन विभाग का कहना है कि पिछले माह शासन के निर्देश पर गोवंश पकड़ने का अभियान चलाया गया था। अभियान के तहत करीब 1100 से अधिक गोवंश विभिन्न गोशालाओं में संरक्षित किए गए थे, लेकिन जिले भर में छुट्टा गोवंश हैं जिन्हें पकड़ना संभव नहीं है।
