'सुनी फरियाद, दिए सुझाव' गोंडा की 6 ग्राम पंचायतों में चौपाल का आयोजन, डीएम ने योजनाओं की परखी हकीकत
गोंडा, अमृत विचार। मंगलवार को जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने मनकापुर ब्लॉक क्षेत्र की छह ग्राम पंचायतों में ग्राम चौपाल का आयोजन कर ग्रामीणों की समस्याओं की सुनवाई की। इस दौरान डीएम ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रत्येक शिकायत का समाधान गुणवत्तापूर्वक व समयबद्ध ढंग से किया जाए। चौपाल की शुरुआत ग्राम पंचायत मनकापुर से हुई, जहां एक निजी इंटर कॉलेज परिसर में कार्यक्रम आयोजित किया गया। यहां अपेक्षाकृत कम शिकायतें मिलने पर डीएम ने ग्राम प्रधान रमाकांत सिंह, तहसील, ब्लॉक और जिला स्तरीय अधिकारियों की प्रशंसा की।
चौहानपुर के पंडित ओमप्रकाश तिवारी ने पुराने मकान में दरवाजा लगाने से विपक्षियों द्वारा रोके जाने की शिकायत की, जिस पर डीएम ने एसडीएम और कोतवाल को संयुक्त रूप से कार्रवाई कर समस्या का समाधान कराने का निर्देश दिया। बैरीपुर रामनाथ में रामबहादुर ने लेखपाल की मिलीभगत से ग्राम समाज की भूमि पर पक्का निर्माण होने की शिकायत की। डीएम ने प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम को तत्काल जांच और कार्रवाई का निर्देश दिया। ग्राम चौबेपुर में ग्राम प्रधान लीलावती सिंह ने डीएम का स्वागत किया।
यहां उर्मिला सहित करीब 20 ग्रामीणों ने शौचालय की मांग रखी, जिस पर डीएम ने पंचायत सहायक को तुरंत ऑनलाइन आवेदन कराने को कहा। चकमार्ग पर अतिक्रमण की शिकायत पर एसडीएम अवनीश त्रिपाठी को अतिक्रमण अभियान चलाकर मार्ग खाली कराने के निर्देश दिए गए। धुसवा गांव में आयोजित चौपाल में अमरनाथ वर्मा ने तालाब में अवैध मत्स्य पालन की शिकायत के समाधान पर संतोष जताया।
मनोज वर्मा प्रधान घुनाही ने सड़क पर अतिक्रमण का मुद्दा उठाया, जिस पर डीएम ने एसडीएम को जांच कर एफआईआर दर्ज कराने को कहा। गौरीशंकर ने चकमार्ग पटाई की शिकायत की, जिस पर बताया गया कि आईडी जनरेट हो चुकी है और कार्य जल्द शुरू होगा। भिटौरा गांव में शेर बहादुर सिंह ने हैंडपंप रिबोर और ह्यूम पाइप खरीद में घोटाले की शिकायत की, जिस पर डीएम ने बीडीओ को जांच के निर्देश दिए। सुशीला ने बिजली आपूर्ति की समस्या उठाई। सबसे अंत में हरनाटायर गांव में चौपाल आयोजित हुई, जहां सबसे अधिक भूमि विवादों की शिकायतें सामने आईं।
रामबदल ने सरकारी भूमि पर अतिक्रमण की शिकायत की, जिसे लेखपाल द्वारा आंशिक रूप से हटवाया गया था। डीएम ने शेष अतिक्रमण हटाने के निर्देश दोबारा दिए। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी अंकिता जैन, परियोजना निदेशक चंद्रशेखर, डीपीआरओ लालजी दुबे, एसडीएम अवनीश त्रिपाठी, डीसी मनरेगा जनार्दन प्रसाद यादव सहित कई विभागों के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।
