Bareilly: पीसीएस अफसर के आवास के ताले तोड़कर ईडी टीम ने कई घंटे खंगाले कागजात
बरेली, अमृत विचार। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने गुरुवार को उत्तराखंड के डोईवाला चीनी मिल के अधिशासी निदेशक वरिष्ठ पीसीएस अधिकारी दिनेश प्रताप सिंह (डीपी सिंह) के बिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र में इंटरनेशनल सिटी स्थित आवास को घंटों खंगाला। ईडी की टीम पीसीएस अफसर के आवास पर कई घंटों तक कागजात खंगाले। दिनेश प्रताप सिंह राष्ट्रीय राजमार्ग-74 भूमि अधिग्रहण घोटाले में मुख्य आरोपी हैं।
ईडी टीम ने इंटरनेशनल सिटी में उनके आवास पर सुबह नौ बजे छापा मारा। घर में ताले लगे थे। मकान में कोई मौजूद नहीं था। आस-पास के लोगों से पूछने पर जानकारी हुई कि आवास पर पिछले साल से कोई नहीं आया है। टीम ने गेट का ताला तोड़कर घर में प्रवेश किया और मुख्य द्वार का कुंडा भी निकाल दिया। इसके बाद लॉकर तोड़कर जांच शुरू की गई। टीम ने मौके से कई दस्तावेज कब्जे में लिए हैं। दरअसल, दिनेश प्रताप सिंह राष्ट्रीय राजमार्ग-74 भूमि अधिग्रहण घोटाले में भी मुख्य आरोपी हैं। वर्ष 2011 से 2016 के बीच गदरपुर और आसपास की कृषि भूमि को गैर-कृषि दिखाकर मुआवजे में 240 करोड़ रुपये से अधिक का खेल किया गया। भूमि घोटाले की जांच के लिए गठित की गई एसआईटी ने नवंबर 2017 में दिनेश को गिरफ्तार करके जेल भेजा और 15 माह बाद हाईकोर्ट से जमानत पर रिहा हुए थे।
अधिकारी ने बेटी को पढ़ने के लिए हार्वर्ड भेजा
दिनेश प्रताप सिंह ने बेटी को हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के लिए भेजा है। जहां पर लाखों रुपये सिर्फ फीस के रूप में जमा करना पड़ता है। उनकी पत्नी अलका सिंह विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुकी हैं। अब ईडी की नजर उनके नाम दर्ज संपत्तियों पर भी है। ईडी को संदेह है कि घोटाले की धनराशि का इस्तेमाल राजनीतिक प्रचार, जमीन खरीद और महंगे खर्चों में किया गया है।
