डीएम साहब! ये रिश्वत केडीए में पहुंचवा दीजिएगा...जिलाधिकारी के पास चेक लेकर पहुंचा पीड़ित, मचा हड़कंप, जानें पूरा मामला
पीड़ित का आरोप, केडीए के विशेष कार्याधिकारी 30,000 मांग रहे
कानपुर, अमृत विचार। केडीए से पीड़ित एक नागरिक 30 हजार रुपये की चेक लेकर जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह के पास पहुंच गया और बोला कि सर, ये रिश्वत की चेक केडीए में दे दीजिए और हमारे मकान की रजिस्ट्री करा दीजिए। केडीए के विशेष कार्याधिकारी 30,000 रुपये मांग रहे हैं।
जिलाधिकारी ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। शुक्रवार को जनता दर्शन के दौरान पीड़ित नीरज गुप्ता जिलाधिकारी के पास पहुंचे और उन्हें बताया कि एक कालोनी की रजिस्ट्री कराने के नाम पर केडीए के एक विशेष कार्याधिकारी 30 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहे हैं।
पीड़ित ने बताया कि सोमनाथ उपाध्याय के नाम से एल-349 डबल स्टोरी बर्रा 6 में केडीए ने मकान आवंटित किया था। सोमनाथ की 24 सितंबर 2011 को मृत्यु हो गई। फिर ये मकान सोमनाथ की पत्नी रेनू उपाध्याय, उनके तीन बेटे उपदेश, स्वतंत्र और स्वदेश के नाम हो गया। पीड़ित नीरज गुप्ता के मुताबिक 7 जून 2024 को केडीए में मकान की रजिस्ट्री कराने के नाम पर एकल विंडो प्रक्रिया के तहत आवेदन किया था।
इसके बाद उनका संपर्क जोन 3 के एक अधिकारी से हुआ जिन्हें पूरी बात बताई तो अधिकारी ने कहा कि हम पावर ऑफ अटार्नी नहीं मानते हैं इसलिए आपकी रजिस्ट्री नहीं हो सकती। नीरज गुप्ता ने केडीए के अधिकारी के नाम से रिश्वत की 30 हजार की चेक जिलाधिकारी को सौंपी।
जिलाधिकारी ने जांच के आदेश दिए हैं। उधर केडीए के अधिकारी का कहना है कि मेरे पास नीरज गुप्ता के नाम से अभी तक कोई फाइल नहीं आई है। जो भी आरोप लगाए गए हैं, वह निराधार हैं। मेरे संज्ञान में अभी ये मामला नहीं आया है।
