5 हजार स्कूलों को बंद करने को लेकर कांग्रेस ने किया विरोध, निकाला मार्च, एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
लखनऊ,अमृत विचारः 5 हजार प्राइमरी और जूनियर विद्यालयों को बंद किए जाने के फैसले के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बेगम हजरत महल पार्क से जिलाधिकारी कार्यालय तक पैदल मार्च किया। प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय पर जमकर नारेबाजी की। अजय राय ने कहा कि सरकार ने 5 हजार स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी किया है। वहीं 50 हजार मधुशालाएं खोल दी हैं। अजय राय ने ज्ञापन एसडीएम को सौंपा।
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इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा का अधिकार कानून पहले ही कमजोर हो रहा है। अब स्कूल बंद कर देना गरीबों के भविष्य से खिलवाड़ है। हम सरकार को यह कदम वापस लेने के लिए मजबूर करेंगे। शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष अमित श्रीवास्तव त्यागी ने कहा कि 5 प्राइमरी स्कूलों को बंद करने के आदेश जारी किए गए हैं। इससे ग्रामीण इलाकों में दूर-दूर तक कोई स्कूल नहीं होगा। हमारे देश और समाज का भविष्य कैसे तैयार होगा।
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सड़क पर बैठे स्वामी प्रसाद मौर्या, स्कूलों के विलय के खिलाफ किया प्रदर्शन
सरकारी स्कूलों के मर्जर का विरोध पूरे प्रदेश में चल रहा है। इसी क्रम में स्वामी प्रसाद मौर्य ने समर्थकों के साथ दारूलशफा के सामने प्रदर्शन किया। कार्यकर्ता विधानसभा भवन की ओर कूच करने लगे तो उन्हें पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर रोका तो वे सड़क पर बैठ गए। इसके बाद कार्यकर्ता और पदाधिकारियों नारेबाजी और हंगामा शुरू कर दिया। स्वामी प्रसाद ने कहा कि हमारी मांग है कि एक राष्ट्र एक शिक्षा लागू किया जाए। दिन-प्रतिदिन आबादी बढ़ रही है जिसको देखते हुए स्कूलों की संख्या बढ़ानी चाहिए मगर यहां उल्टा हो रहा है। भाजपा सरकार यह नहीं चाहती है कि गरीबों और कमजोरों के बच्चे शिक्षा हासिल करें। स्कूल विलय के नाम पर पिछड़ों के बच्चों को शिक्षा से दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।
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