पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे से करोड़ों की ठगी, मांगी चार करोड़ की रंगदारी..., तलाश में जुटी पुलिस

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Published By Muskan Dixit
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लखनऊ, अमृत विचार: पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के बेटे व सपा प्रमुख अखिलेश यादव के भाई प्रतीक यादव से जालसाज ने निवेश पर मोटे मुनाफे का लालच देकर करोड़ों रुपये ठग लिये। पीड़ित भाजपा नेता व महिला आयोग उपाध्यक्ष अपर्णा यादव के पति हैं। उन्होंने गौतमपल्ली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। आरोप है कि चिनहट निवासी कृष्णानंद पांडेय ने कंपनी बनाकर प्रॉपर्टी का काम करना शुरू किया। निवेश करने पर मोटे मुनाफे का भरोसा देकर प्रतीक से करोड़ों रुपये लिये। जब प्रतीक ने रुपये वापस मांगे तो उनको पॉक्सो एक्ट के मामले में फंसाने और फेक ऑडियो वायरल करने की धमकी देने लगा। आरोपी ने चार करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

विक्रमादित्य मार्ग निवासी प्रतीक यादव ने गौतमपल्ली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। प्रतीक की तहरीर के मुताबिक चिनहट के चक मल्हौर स्थित पूर्वांचल सिटी निवासी कृष्णानंद पांडेय से 2012 में मुलाकात हुई। उनके कारोबार के तरीके से प्रभावित हुए। दोनों के बीच संबंध गहरे होते गए। इस दौरान कृष्णानंद ने कई बाद व्यापार का प्रस्ताव उनके सामने रखा। करीब दो से तीन वर्ष तक लगातार उनके पास आता-जाता रहा। इस दौरान कृष्णानंद ने शहीद पथ के पास भूमि अधिग्रहण कर आवासीय योजना शुरू करने का प्रस्ताव रखा। उसने भरोसा दिया कि कम दाम पर जमीनें मिल रही है। जिसे कुछ दिन बाद मोटा मुनाफा होगा।

कंपनी में प्रतीक को बनाया प्रमोटर

प्रतीक के मुताबिक कृष्णानंद ने रियल एस्टेट कारोबार के लिए एक मोनाल इंफ्रा प्रा. लि. नाम से कंपनी 25 मई 2015 को बनाई। इसमें कृष्णानंद पांडेय और यूएस बिष्ट निदेशक बने। प्रतीक को कंपनी का प्रमोटर बनाया। इसके बाद करोड़ों रुपये का निवेश करा लिया। कंपनी में जमीनों की खरीद व बिक्री और एग्रीमेंट की पूरी जिम्मेदारी कृष्णानंद ने खुद अपने पास रखी। प्रतीक ने पुलिस को बताया कि कृष्णानंद ने कंपनी और उनकी जानकारी के बिना ही कई बड़े जमीनों को बेचने के बाद रुपये अपने पास रख लिये।

परिवार की दिक्कतें बता वसूले रुपये

प्रतीक के मुताबिक कृष्णानंद ने इस दौरान अपनी आर्थिक स्थिति और पारिवारिक समस्याओं का हवाला देकर उधार मांगने लगा। उसकी बातों में आकर मैंने कई बार उसे पैसे दिए। साल 2020 में वह कोविड की चपेट में आ गये। जिसका असर शरीर और मानसिक स्थिति पर पड़ा। इसी दौरान सितंबर 2022 में मां का, अक्टूबर 2022 में पिता का और नवंबर 2022 में मामा का निधन हो गया। इससे मुझे गहरा मानसिक आघात लगा और मेरी सेहत और बिगड़ गई। मेरा इलाज मेदांता अस्पताल में चलने लगा। इसी का फायदा उठाकर कृष्णानंद पांडेय मुझसे पैसे लेने के लिए तरह-तरह की बातें करने लगा। इस साजिश में उसकी पत्नी वंदना पांडेय और पिता अशोक कुमार पांडेय भी शामिल रहे।

हिसाब मांगा तो पाक्सो एक्ट में फंसाने की दी धमकी

प्रतीक के मुताबिक सेहत सुधरने के बाद कारोबार पर ध्यान देना शुरू किया। इस दौरान कृष्णानंद के हेराफेरी की जानकारी हुई। प्रतीक ने कृष्णानंद से कंपनी व अन्य रुपये के बारे में हिसाब मांगा। इस पर शुरूआत में टालमटोल करता रहा। दबाव बनाया तो कृष्णानंद और उसकी पत्नी वंदना पॉक्सो एक्ट जैसे गंभीर मामले में फंसाने की धमकी देने लगे। इसके लिए ई-मेल और व्हाट्सएप पर कई मैसेज भेजे। इसी बीच कृष्णानंद ने एक मॉर्फ ऑडियो सोशल मीडिया में वायरल कर परिवार की छवि धूमिल करने की धमकी दी।

आधी रात को कॉल कर मांगे चार करोड़

प्रतीक के मुताबिक कृष्णानंद अपने पिता अशोक पांडेय व उसकी पत्नी वंदना के साथ गिरोह बनाकर वसूली का काम करते हैं। कृष्णानंद के पिता अशोक पांडेय पेशे से सीए हैं। वह ब्लैकमनी को व्हाइट करने में महारथी हैं। अनैतिक दबाव बनाने की नियत से उनको व कर्मचारी अतुल चतुर्वेदी व गौरव चतुर्वेदी आधी रात को कॉल कर धमकाने लगा। आरोपी ने चार करोड़ रुपये से अधिक की रंगदारी मांगी। प्रतीक के मुताबिक कृष्णानंद ने आधी रात को नशे की हालत में उनको कॉल, व्हाट्सएप और ई-मेल कर परेशान करने लगा। इंस्पेक्टर गौतमपल्ली पंकज सिंह अम्बष्ट के मुताबिक रिपोर्ट दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है।

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