पीलीभीत: PWD एक्सईएन को जांच के लिए नहीं मिला समय, ठेकेदार ने शुरू कराया निर्माण...कहीं खामियां दूर करने का प्रयास तो नहीं!

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Published By Pradeep Kumar
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पीलीभीत, अमृत विचार: बरखेड़ा नगर पंचायत में दो करोड़ रुपये की लागत से बनाए जा रहे नाले के निर्माण कार्य में बड़े पैमाने पर गड़बड़ियों के आरोपों के बाद भले ही प्रशासन ने जांच के लिए कमेटी गठित कर दी हो, लेकिन हकीकत यह है कि जांच महज कागजों तक सीमित है। जांच के आदेश जारी हुए तीन दिन से अधिक समय बीत गया है, मगर पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन राजेश चौधरी अब तक मौके पर नहीं पहुंचे हैं। इस बीच ठेकेदार ने जांच से पहले ही निर्माण कार्य फिर से शुरू कर दिया है, जबकि स्पष्ट निर्देश था कि जांच पूरी होने तक कोई भी निर्माण कार्य न कराया जाए। इस पूरे मामले में घोटाले को दबाने और लीपापोती की कोशिशें अब खुलकर सामने आ रही हैं। जिम्मेदार भी इस कृत्य पर पर्दा डालने की कोशिश कर रहे हैं।  

बरखेड़ा कस्बे में नगर पंचायत द्वारा 1.7 किलोमीटर लंबा नाला बनाया जा रहा है, जिसकी लागत करीब दो करोड़ रुपये है। यह काम पांच ठेकेदारों को बांटा गया है, जिनमें से दो ने निर्माण कार्य शुरू कर दिया है, जबकि तीन ठेकेदारों का काम अभी शुरू नहीं हुआ है। करीब 10 दिन पहले नाले की दीवार भरभरा कर ढह गई थी, जिससे घटिया सामग्री और मानकों की अनदेखी के आरोप लगे। जिम्मेदार अधिकारियों ने पहले तो इस लापरवाही को बारिश का नतीजा बताकर पल्ला झाड़ने की कोशिश की, लेकिन जब मामला तूल पकड़ने लगा तो एडीएम ऋतु पुनिया के निर्देश पर पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन राजेश चौधरी और एक एई की जांच कमेटी बनाई गई। इतना ही नहीं जांच पूरी होने के बाद निर्माण कार्य शुरु न करने के निर्देश दिए गए थे। इसको लेकर जेई को निर्देशित किया जा चुका था। जांच कमेटी बनने के बाद उम्मीद थी कि अब पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होगी, लेकिन अब तक जांच शुरू ही नहीं हुई है। उल्टा, बताते हैं कि मौके पर निर्माण कार्य फिर से शुरू कर दिया गया है। चर्चा ये भी है कि मिलीभगत कर पूरे मामले को रफा-दफा करने की तैयारी है। पहले ढही दीवार की जगह अब दोबारा निर्माण किया जा रहा है। इसे लेकर भी कई चर्चाएं तेज हो रही हैं। सवाल यह भी उठ रहे हैं कि जब नाले में पहले ही अनियमितता की शिकायत सामने आ चुकी है, तो फिर बिना जांच के काम की इजाजत कैसे दी गई?

नाला निर्माण की गुणवत्ता परखने के लिए जिला प्रशासन की ओर से जांच कराई जा रही है। जिसकी जिम्मेदारी मिली है। व्यस्त होने के कारण अभी जांच के लिए मौके पर नहीं जा सके। जल्द ही जांच पूरी कर रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को सौंप दी जाएगी। - राजेश चौधरी, पीडब्ल्यूडी एक्सईएन।

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