यूपी की 'छोटी काशी' का 500 वर्ष पुराना है इतिहास; पश्चिम-पूर्व दिशा की ओर अरघा, सावन में उमड़ता है आस्था का सैलाब

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Published By Anjali Singh
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अमृत विचार, लखनऊ: चौक क्षेत्र के रानी कटरा इलाके में स्थित छोटा शिवाला महादेव का प्राचीन शिव मंदिर है। पुजारी व व्यवस्थापक रमेश कुमार शर्मा ने बताया इस स्वयंभू शिवलिंग को छोटी काशी के नाम से भी जाना जाता है। मंदिर करीब 500 वर्ष पुराना है। छोटा शिवाला रानी कटरा में खीरभवानी माता मंदिर के सामने संकरी गली में स्थित है। यह मंदिर 18वीं शताब्दी में बनाया गया था, जब लखनऊ में कई शिव मंदिर बनाए गए थे। इस मंदिर की विशेषता यह है कि शिवलिंग का अरघा (जलहरी) पश्चिम-पूर्व दिशा की ओर है। 

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आमतौर पर शिवलिंग का अरघा उत्तर-दक्षिण दिशा में होता है। कई बार इसका अरघा अपने आप परिवर्तित हुआ है। यहां पहले तांत्रिक क्रिया होती थी। मान्यता है कि इस मंदिर में 40 दिन तक जल चढ़ाने से भक्तों को मानसिक शांति मिलती है और उनकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। मंदिर में स्थापित शिवलिंग का मुख पश्चिम की ओर है। 

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पुजारी ने बताया कि पहले यहां एक कुआं था, जिसमें से पीपल का पेड़ निकला हुआ था। उसमें अनगिनत सांप निवास करते थे। माना जाता है कि सांप भोलेनाथ की पूजा भी करते थे। 20 वर्ष पूर्व इस मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया। अब सीमेंट की दीवारों की वजह से सांप नहीं दिखायी देते हैं। सावन के महीने में खासकर सोमवार को, यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। स्थानीय निवासियों में इस मंदिर को लेकर अटूट आस्था है।

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