कमरुल बना विवेक, हिंदू युवती को फंसा मंदिर में की शादी, विरोध घरवालों ने किया जानलेवा हमला, जानें पूरा मामला

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Published By Muskan Dixit
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लखनऊ/ मलिहाबाद, अमृत विचार: विवेक बनने के लिए कमरूल ने हाथ में कलावा बांधा, माथे पर लाल तिलक लगाया। इसी की आड़ में हिंदु युवती को अपने प्रेम जाल में फंसाया। इसके बाद आर्य समाज मंदिर में ले जाकर शादी की। दो वर्ष तक किराए के मकान में साथ रहा। आर्थिक तंगी का हवाला देकर रहीमाबाद स्थित युवती के मायके रहने चला गया। जहां चार वर्ष तक साथ रहा। अचानक दो वर्ष पूर्व नौकरी करने जाने का बहाना बनाकर भाग निकला। पीड़िता तलाश करती हुई उसके पैतृक आवास हरदोई के पिहानी पहुंची। तक राज से पर्दा उठा। वहां जब विरोध किया तो कमरुल और उसके परिजन ने धक्का देकर भगा दिया। पीड़िता ने रहीमाबाद थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

पीड़िता रहीमाबाद की रहने वाली है। वह सामाजिक कार्य करती है। उसने पुलिस को बताया कि वह ब्लाक स्तर पर महिलाओं की पेंशन और अन्य जरूरत के दस्तावेज बनवाने का काम करती थी। एक दिन अंजान नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने पेंशन की जानकारी ली। पूछने पर अपना नाम विवेक बताया। इसके बाद उसका फिर फोन कई दिनों के अंतराल में चार से पांच बार आया। उसने मिलने के लिए, मना कर दिया। दबाव बनाने लगा फिर भी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। एक दिन वह घर आ गया। उसने शादी का प्रस्ताव रखा। फिर दबाव बनाने लगा।

आर्यसमाज मंदिर में की शादी

पीड़िता के मुताबिक आरोपी ने खुद का नाम विवेक रावत बताया। पिता का नाम रामपाल रावत है। हरदोई के पिहानी दहेलिया में रहने वाला है। ट्रैवेल एजेंसी संचालक है। विवेक के बारे में बहन-बहनोई से बात की। उन्होंने उससे पूछा तो उनसे भी यही जानकारी दी। इसके बाद आर्य समाज मंदिर में ले जाकर वर्ष 2017 में हिंदू रीति रिवाज से विवाह किया। दो साल वह लखनऊ में किराए के मकान में लेकर रहा। फिर कोविड हो गया। कोविड में हरदोई चलकर रहने का दबाव बनाया तो वह टाल मटोल करने लगा। विरोध पर विवेक ने बताया कि उसकी माली हलात कोविड में धंधा न चलने के कारण खराब हो गई है। फिर वह रहीमाबाद घर में आकर रहने लगा। चार साल तक यहां रहा। हालत सामान्य होने पर उससे हरदोई ले जाने को कहा फिर टाल मटोल करने लगा। नौकरी की बात कहकर मायके में छोड़ वह लखनऊ में जाकर फिर रहने लगा। वहां डेढ़ साल रहा। कभी कभार आता था। फिर आना बंद कर दिया। फोन किया तो बोला कि नौकरी छूट गयी है वह दिल्ली चला गया है। करीब साल भर तक न लौटने पर नौ जून को खोजबीन करते उसके घर पहुंची। वहां पता चला कि विवेक नहीं उसका नाम कमरुल है। वह शादी शुदा है और बच्चे भी हैं। इस पर विरोध किया तो उसके घरवालों ने पीटा। मार कर भगा दिया। घटना की जानकारी पुलिस को दी। इंस्पेक्टर ने बताया आनंद द्विवेदी ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।

बाथरुम में खुद को बंद कर बचाया

पीड़िता का आरोप है कि पिहानी में कमरुल हक के परिवारीजन ने जानलेवा हमला कर दिया था। किसी तरह भागकर खुद को बाथरुम में वहां बंद कर लिया था। इसके बाद 1090 को सूचना दी। पुलिस ने पहुंचकर बचाया और बाथरूम से निकाला था। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि कमरुल हक पूजा करता था माथे पर तिलक लगाता था। हाथ में कलावा बांधता था। इस लिए उसकी गतिविधियों के कारण कभी शक नहीं हुआ। उसने इसका फायदा उठाया और शादीशुदा होने के बाद भी विवाह कर लिया।

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