कानपुर में तेज रफ्तार बस ने छीन ज़िंदगी, तीन युवकों की दर्दनाक मौत

Amrit Vichar Network
Published By Vinay Shukla
On

डेढ़ किलोमीटर तक घिसटती गई बाइक, गुस्साई भीड़ ने हाईवे जाम कर किया हंगामा

कानपुर , अमृत विचार। बिधनू में नौबस्ता-हमीरपुर हाईवे पर तेज रफ्तार महोबा डिपो की बस ने बाइक सवार तीन युवकों को पीछे से जोरदार टक्कर मारकर रौंद दिया। बस की पहिए में फंसकर बाइक करीब डेढ किमी तक घिसटती गई। हादसे में एक युवक की मौके पर मौत हो गई, जबकि दूसरे ने सीएचसी में दम तोड़ दिया। हैलट ले जाते समय तीसरे युवक की भी सांसे थम गई। चालक ने बिधनू थाने के सामने बस खड़ी कर भागने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने घेराबंदी कर चालक को दबोच लिया। हादसे से आक्रोशित ग्रामीणों ने परिजनों के साथ हाईवे पर जाम लगाकर हंगामा करना शुरू कर दिया। जिससे वाहनों की लंबी लाइन लग गई। ग्रामीण कार्रवाई और मुआवजे की मांग पर अड़े रहे। पुलिस ने किसी तरह भीड़ को शांत कराया और यातायात बहाल हुआ। 

शिवराजपुर के इधना निवासी वीरेंद्र यादव का 18 वर्षीय बेटा नारायण दो दिन पहले बिधनू के अफजलपुर अपने मामा शिवमोहन के घर आया था। रविवार शाम वह पड़ोसी शिवसिंह यादव के 23 वर्षीय बेटे सोमेंद्र के साथ बिधनू बाजार सब्जी लेने जा रहा था। दोनों युवक बाजार के लिए निकले तभी एक अन्य पड़ोसी सियाराम यादव का 32 वर्षीय बेटा सतेंद्र भी उनकी बाइक पर बैठ गया। बिना हेलमेट लगाए तीनों युवक बाजार जाने के लिए हाईवे पर पहुंचे, तभी पीछे से आ रही तेज रफ्तार महोबा डिपो की बस ने तीनों को पीछे से जोरदार टक्कर मार दी। बाइक बस के नीचे घुसी और पहियों में फंस गई। बाइक चला रहे सोमेंद्र की पहियों से कुचलकर मौके पर ही मौत हो गई। जबकि सतेंद्र व नारायण को गंभीर हालत में बिधनू सीएचसी पहुंचाया गया। वहीं बाइक करीब डेढ किमी तक घिसटती गई। यह देख राहगीरों व ग्रामीणों ने शोर मचाया और बस के पीछे भागे।

भीड़ देखकर घबराए चालक ने बिधनू थाने के सामने बस खड़ी कर भागने का प्रयास किया, तभी पुलिस ने घेराबंद कर उसे दबोच लिया। सीएचसी में डॉक्टर ने नारायण को भी ब्रॉडडेड घोषित कर दिया, जबकि सतेंद्र की हालत नाजुक देखकर उसे तत्काल हैलट रेफर किया। जिसकी रास्ते में मौत हो गई। हादसे की सूचना पाकर ग्रामीणों व परिजनों की भीड़ मौके पर पहुंचे। आक्रोशित भीड़ ने हमीरपुर हाईवे पर हंगामा करना शुरू कर दिया। दर्जनों लोग हाईवे पर बैठ गए, जिससे दोनों तरफ वाहनों की लंबी लाइन लग गई।

कुछ ही देर में कई किमी लंबा जाम लगा गया। सूचना पर भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंचा। पुलिस ने हंगामा कर रहे लोगों को शांत कराने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण कार्रवाई और मुआवजे की मांग पर अड़े रहे। पुलिस ने किसी तरह लोगों को समझाकर शांत कराया, तब जाकर करीब दो घंटे बाद यातायात बहाल हो सका। थाना प्रभारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि चालक को हिरासत में है। भीड़ को शांत कराकर जाम में फंसे वाहनों को रवाना किया गया है। 

गनीमत रही नहीं उठी चिंगारी  : ग्रामीणों के अनुसार गनीमत रही कि बस में फंसी डेढ किमी तक घिसटती रही और उससे चिंगानी नहीं निकली। नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था। अगर आग लगती तो चीख-पुकार मच जाती। लोगों के अनुसार चालक निडरता से बस भगा रहा था, उसने जरा भी नहीं सोचा, अगर आग लग गई तो पूरी बस भी जल सकती थी, डेढ़ किमी हाईवे पर दूसरे वाहन भी चपेट में आ जाते। सवारियों की जान पर भी संकट आ सकता था। 

बारहवीं का छात्र था नारायण : मामा के घर घूमने आया नारायण बारहवीं का छात्र था। जबकि सतेंद्र कार चालक और सोमेंद्र अपना गिट्टी-मौरंग का कारोबार करता था। मौत की सूचना पर परिजनों में कोहराम मच गया। पुलिस के अनुसार चालक ने बस में कुछ तकनीकी खराबी बताई है, जिसकी जांच कराई जाएगी।

यह भी पढ़ें:- पीलीभीत की खूंखार बाघिन पहुंची कानपुर जू : 5 किसानों की जान लेने वाली बाघिन अब 14 दिन के क्वारंटीन में

संबंधित समाचार