शर्मनाक! एक स्कूल ऐसा भी... शिक्षा का मंदिर बना बरसाती नाला, वीडियो ने उड़ाई व्यवस्था की धज्जियां

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Published By Muskan Dixit
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लखनऊ, अमृतः सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से फैल रहा है, जो सरकारी स्कूलों की बदहाल स्थिति और शिक्षा व्यवस्था की कमियों को उजागर कर रहा है। इस वीडियो में एक सरकारी स्कूल का दृश्य है, जहाँ शिक्षक अपने कार्यालय में काम कर रहे हैं, लेकिन यह कार्यालय अब कोई साधारण कमरा नहीं, बल्कि पानी से लबालब भरा नाला बन चुका है। इस दिल दहला देने वाले दृश्य को देखकर हर कोई यह सोचने पर मजबूर है कि क्या यही है हमारी शिक्षा व्यवस्था का सच? लोग कह रहे हैं कि विश्व गुरु बनने की बात तो दूर, पहले बच्चों और शिक्षकों के लिए सुरक्षित स्कूल तो बना लें।

स्कूल या नाला? चौंकाने वाला दृश्य  

वीडियो में दिख रहा है कि कार्यालय की खिड़की से पानी इस तरह उफान मारकर अंदर आ रहा है, मानो कोई बांध टूट गया हो। कमरे का फर्श पूरी तरह पानी में डूबा है, और बहाव इतना तेज है कि उसमें चलना भी जोखिम भरा हो सकता है। फिर भी, दो शिक्षक पानी के बीच बैठकर अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं। उनके चेहरों पर न तो डर है, न ही शिकायत, जैसे यह उनके लिए रोजमर्रा की बात हो। इस वीडियो को देखकर लोग शिक्षकों की लगन की तारीफ कर रहे हैं, लेकिन साथ ही सरकार की लापरवाही पर सवाल भी उठा रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, “ये शिक्षक नहीं, योद्धा हैं, जो ऐसी विपरीत परिस्थितियों में भी हार नहीं मानते।”

शिक्षा व्यवस्था पर सवाल  

मौसम विभाग के अनुसार, कई राज्यों में भारी बारिश ने तबाही मचाई है, लेकिन अगर स्कूलों में शिक्षकों और बच्चों की सुरक्षा के लिए कोई ठोस इंतजाम नहीं है, तो यह चिंताजनक है। यह वीडियो साफ दिखाता है कि शिक्षा व्यवस्था केवल किताबी ज्ञान तक सिमटकर रह गई है। क्या शिक्षकों को सिर्फ वेतन नहीं, बल्कि एक सुरक्षित और सम्मानजनक कार्यस्थल भी नहीं मिलना चाहिए? यह वीडियो सरकार और प्रशासन के लिए एक चेतावनी है कि स्कूलों की स्थिति सुधारने के लिए तत्काल कदम उठाने की जरूरत है।

सोशल मीडिया पर गुस्सा  

यह वीडियो @SaralVyangya नामक एक्स अकाउंट से शेयर किया गया है, जिसे लाखों लोग देख चुके हैं और हजारों ने लाइक किया है। यूजर्स ने इस पर गुस्सा और दुख दोनों जाहिर किए हैं। एक यूजर ने लिखा, “क्या कोई नदी के बीच स्कूल बनाता है?” एक अन्य ने कहा, “शिक्षकों को ऐसी हालत में देखकर दिल टूट जाता है।” वहीं, एक और यूजर ने तंज कसते हुए लिखा, “यह है दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का हाल!” यह वीडियो न केवल व्यवस्था की पोल खोलता है, बल्कि यह सवाल भी उठाता है कि क्या हम वाकई अपने बच्चों और शिक्षकों के भविष्य को गंभीरता से ले रहे हैं?

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