World ORS day: डायरिया से मौतों को रोकने में ओआरएस कारगर
लखनऊ, अमृत विचार : ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन) के प्रति लोगों की जागरूकता बढ़ी है। इससे डायरिया से होने वाली मृत्युदर में भी कमी आई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उत्तर प्रदेश की मिशन निदेशक डॉ. पिंकी जोवेल ने बताया कि लोगों को जागरूक करने को 29 जुलाई को विश्व ओआरएस दिवस मनाया जाता है। प्रदेश में बच्चों में दस्त की व्यापकता राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-4 में 15 प्रतिशत से घटकर सर्वेक्षण-5 में केवल 5.6 प्रतिशत रह गई है। अभियान चलाकर पांच साल से कम उम्र के बच्चों के लिए ओआरएस और जिंक के पैकेट वितरित किए जा रहे हैं ।
डॉ. मिलिंद वर्धन, महाप्रबंधक, बाल स्वास्थ्य ने बताया कि राज्य भर में हर साल दस्त रोको अभियान चलाया जाता है, खासकर मानसून के मौसम में जब दस्त के मामले बढ़ जाते हैं।
डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अरविंद कुमार सिंह का कहना है कि रोटावायरस द्वारा आंत्र संक्रमण के कारण होने वाला दस्त दो वर्ष के बच्चों में एक व्यापक समस्या है। वायरल रोगों में एंटीबायोटिक दवाओं का प्रयोग निरर्थक, बल्कि हानिकारक है। ऐसी स्थिति में, ओआरएस, विशेष रूप से जिंक-ओआरएस, दस्त को नियंत्रित करने में सबसे महत्वपूर्ण है।
यूनिसेफ, यूपी की स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. कनुप्रिया सिंघल के अनुसार यह लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। प्रगति के बावजूद भी प्रदेश में राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-5 के अनुसार सर्वे से पहले के दो सप्ताह में दस्त से पीड़ित 5 वर्ष से कम आयु के लगभग 51 प्रतिशत ही बच्चों को ओआरएस दिया गया। जो इस अभियान को और तेज करने की जरूरत को दर्शाता है।
मिशन निदेशक पिंकी जोवेल
डायरिया के लक्षण
•बच्चे को दिन में तीन से चार बार पानी जैसा मल आना।
•निर्जलीकरण।
•स्थिति गंभीर तब होती है जब मल के साथ खून आये या बच्चे के पेट की त्वचा की चुटकी लेने पर वह धीरे से वापिस जाये। बच्चे की आंखे धंसी हों और बच्चा अचेत व सुस्त हो।
बचाव के उपाय
•पीने का साफ पानी उपयोग करें।
•भोजन बनाने, खाने से पहले और शौचालय के उपयोग के बाद हाथ धोएं।
•विटामिन ए की खुराक पिलायें।
•रोटा वायरस और मीजल्स का टीका लगवाएं।
•स्तनपान और ऊपरी आहार जारी रखें।
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