अवसानेश्वर महादेव मंदिर हादसा : गले पड़ी घटना तो गर्दन बचाने में जुटा विद्युत विभाग, मीटर बाद मंदिर की वायरिंग कह झाड़ा पल्ला
बाराबंकी, अमृत विचार। अवसानेश्वर महादेव मंदिर में सोमवार को हुए हादसे के बाद बिजली विभाग खुद की गर्दन बचाने में जुट हुआ है। आस पास नजर न आने वाले विभाग के जिम्मेदारों ने हवा की रफ्तार से जांच कर रिपोर्ट भी तैयार कर डाली, जिसके अनुसार मंदिर की अपनी वायरिंग का तार टूटने से करंट फैला और दो श्रद्धालु मारे गए।
हालांकि बिजली चोरी को लेकर छापेमारी के दौरान मीटर से होते हुए घर में घुस जाने वाले अधिकारी कर्मचारी यहां हुई घटना से यह कहकर पिण्ड छुड़ाते नजर आए कि मीटर के बाद मंदिर की स्थानीय वायरिंग थी। जिसका तार टूटकर टीनशेड पर गिरने से यह हादसा हुआ। हैदरगढ़ तहसील के सुप्रसिद्ध अवसानेश्वर मंदिर में सोमवार की भोर हुई घटना की चर्चा जिले से लेकर सीएम तक हुई। दो श्रद्धालुओं ने जान गवांई, वहीं 44 घायल हुए। हादसे के दिन ही शाम होते होते जिला प्रशासन ने दो अलग अलग रिपोर्ट जारी कीं।
पहली रिपोर्ट में जिलाधिकारी की ओर से बताया गया कि बिजली का करंट लगने से दो लोगों की मौत हुई जबकि पांच को झटका लगा। साथ ही मुआवजे को लेकर भी स्थिति स्पष्ट की गई। लेकिन दूसरी हैरान करने वाली रिपोर्ट जो विद्युत विभाग हैदरगढ़ के अधिशाषी अभियंता अनुज गुप्त ने अधीक्षण व मुख्य अभियंता को भेजी, जिसमें हादसे के लिये प्रमुख तौर पर मंदिर प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा गया कि मुख्य पोल से मीटर तक लाइन दुरुस्त थी। मीटर के बाद मंदिर की स्थानीय वायरिंग का तार टूटने से घटना हुई।

यानी बिजली विभाग ने मंदिर की अपनी वायरिंग की बात कहकर पल्ला झाड़ने का प्रयास किया। रिपोर्ट में विभाग द्वारा बताया गया कि मंदिर का कनेक्शन चार किलोवाट का है और प्रत्येक सोमवार को मंदिर का जेनरेटर चलाकर बिजली आपूर्ति की जाती है। पहला सवाल यह कि घटना जेनरेटर से सप्लाई के करंट से हुई या फिर बिजली आपूर्ति के करंट से, दूसरा अहम सवाल यह कि घरों के निजी कनेक्शन जांच करने गई टीम चोरी देखने के लिए मीटर के बाद घर के अंदर तक जाती है तो मंदिर में मीटर के बाद की आपूर्ति की जांच मंदिर के सहारे क्यों रखी गई।
जबकि सावन के महीने में यहां हर सोमवार को हजारों की संख्या में श्रद्धालु जलाभिषेक के लिये पहुंचते हैं। सुरक्षा को लेकर पहले ही बिजली विभाग द्वारा इन तारों को टीनशेड के ऊपर क्यों नहीं हटवाया गया। घटना अपने पीछे कई सवाल पीछे छोड़ गई है, जिनका जवाब फिलहाल किसी के पास नही है।
