लखीमपुर खीरी: 65 लाख की चोरी के बाद फायरिंग करते हुए भागे चोर, ग्रामीणों ने किया ड्रोन से चोरी का दावा
बेहजम/बिलहरी, अमृत विचार। थाना नीमगांव क्षेत्र के पिपरी नरायनपुर गांव में शुक्रवार रात चोरों ने पांच घरों पर धावा बोल दिया और नौ परिवारों के यहां से करीब 5 लाख रुपये नकद और 60 लाख रुपये से अधिक के जेवरात पर हाथ साफ कर दिया। वारदात के बाद गांव में दहशत और पुलिस के प्रति गुस्सा है। ग्रामीणों का दावा है कि पहले ड्रोन से रेकी की गई इसके बाद चोरी की घटना को अंजाम दिया।
ग्रामीणों के अनुसार चोरों ने घटना से पहले और घटना के दौरान ड्रोन कैमरे से लगातार निगरानी की। कई मकानों में पीछे से दाखिल हुए तो कहीं खिड़की की ग्रिल काटकर अंदर घुसे। चोरी के दौरान चोरों ने बाहर से दरवाजे बंद कर दिए थे ताकि कोई बाहर न निकल सके। चोर परशुराम के घर से पश्चिम दिशा से घुसकर गोविंद तिवारी के कमरे का ताला तोड़कर 60,000 रुपये नकद और करीब 7 लाख रुपये के जेवरात चुरा लिए। पिंकू के कमरे से 23,000 रुपये नकद और करीब डेढ़ लाख के जेवर, विनोद के कमरे से 23,300 नकदी व मायके आई बहन के जेवर समेत करीब 1.50 लाख के जेवर चोरी कर ले गए।
चोरों ने पुतान लाल के घर को भी निशाना बनाया। कालीचरण तिवारी के मकान से होकर उनके घर घुसे चोर 1 लाख नकद और 5 लाख के जेवर, रामसनेही चंद के घर से 35,000 नकद व करीब साढ़े सात लाख रुपये के जेवर 7.5 लाख के जेवर और गांव के आखिरी छोर पर गोला-कस्ता मार्ग पर स्थित गिरीश तिवारी के घर से 20,000 रुपये नकद व 5 लाख रुपये के जेवरात की चोरी की गई।
उनकी छोटी बहन ने छत के ऊपर से मकान के बाहर एक आदमी खड़ा देखा तो उसने शोर मचाया जिस पर लाइसेंसी बंदूक से फायर करते हुए ग्रामीणों ने चोरों को ललकारा, जिसके बाद कर मौके से भाग गए। यही नहीं चोरों ने घर के दरवाजों को बाहर से बंद भी कर दिए थे। ग्रामीणों का आरोप है कि घटना की सूचना रात में ही प्रभारी निरीक्षक नीमगांव आलोक धीमान फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे, लेकिन इसके बावजूद पुलिस ने गंभीरता नहीं दिखाई।
सुबह से लेकर दोपहर तक किसी अधिकारी ने दोबारा झांकना तक जरूरी नहीं समझा। गांव के लोगों में पुलिस की इस लापरवाही को लेकर भारी आक्रोश है। इस बड़ी वारदात से गांव व क्षेत्र वाले दहशत में हैं और नीमगांव पुलिस की रात्री गश्त पर भी सवालिया निशान लगा रहे हैं। नीमगांव पुलिस का पक्ष जानने के लिए जब प्रभारी निरीक्षक के सीयूजी नंबर पर कॉल की गई तो वह स्विच ऑफ मिला।
ग्राम प्रधान प्रतिनिधि हरिश्चंद्र रावत ने बताया कि वारदात से कुछ दिन पहले गांव में ड्रोन उड़ते देख ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी थी, लेकिन पुलिस ने इसे सरकारी सर्वे का हिस्सा बताकर टाल दिया। अब वही ड्रोन चोरी की बड़ी वारदात का जरिया निकला। ग्रामीणों ने स्पष्ट कहा कि यह सरकारी ड्रोन नहीं, चोरों का हथियार था।
सीओ मितौली जितेंद्र सिंह परिहार ने बताया कि गांव पिपरी नरायनपुर मे पांच घरों के नौ परिवारों में चोरों ने चोरी की घटना को अंजाम दिया है। फोरेंसिक टीम को मौके पर भेजकर वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। खुलासे के लिए टीमें लगाई गई हैं, जो अपना काम कर रही है। जल्द घटना का खुलासा किया जाएगा।
