भाजपा भ्रष्टाचार का विश्वविद्यालय है... बोले अखिलेश- चुनाव आयोग न्याय करेगा या नहीं यह है बहस का विषय

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
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लखनऊ, अमृत विचार : सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा है कि चुनाव आयोग न्याय करेगा या नहीं, इस पर बहस होनी चाहिए। अभी उस पर वोट चोरी के जो आरोप लगे हैं, उसकी सफाई देना स्वयं चुनाव आयोग की विश्वसनीयता एवं चुनावी पारदर्शिता के लिए बहुत जरूरी है। ऐसा लगता है कि भाजपा भ्रष्टाचार का विश्वविद्यालय है और चुनावी भ्रष्टाचार का ब्रह्मांड विश्वविद्यालय।

सपा प्रमुख ने रविवार को जारी बयान में कहा कि सबसे ज्यादा फर्जी वोट भाजपा ने बनवाए हैं। भाजपा कुछ लोगों की मिलीभगत से कभी अपने समर्थक फर्जी मतदाताओं का नाम बढ़ा देती है और चुनावी अधिकारियों से साठगांठ कर कभी अपने विरोधियों के नाम मतदाता सूची से गायब कर देती है। बीते चुनाव में एक वीडियो में एक आदमी छह-छह वोट डालने का दावा कर रहा था। उन्होंने कहा कि कुंदरकी, मीरापुर और अयोध्या के मिल्कीपुर उपचुनावों में भाजपा ने अपने समर्थकों से कई-कई वोट डलवाए, वहीं विपक्षी मत न पड़ने पाए, उन्हें धमकाने या ईवीएम मशीन खराब होने के बहाने मतदान से रोका गया। नकली आईडी से फर्जी मतदान की शिकायतें आईं।

अखिलेश यादव ने कहा कि शंका सच लग रही है कि पिछले चुनाव में भाजपा ने अपने खिलाफ डाले गये वोट खारिज करवा के और डीएम के दबाव से जीत के सर्टिफिकेट बदला कर दो दर्जन से ज्यादा सीटों पर भाजपा को जिताने का काम किया गया था। मतदाता सूची में हेराफेरी के मामलों में 18 हजार एफिडेविट चुनाव आयोग को सपा ने दिए थे। आज तक उन पर क्या कार्यवाही हुई पता नहीं चला। आयोग कुंडली मारकर बैठ गया है। कार्रवाई होती तो फर्जी काम नहीं होते।

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