Bareilly: नगर निगम में झोल : गोलमाल की जांच पूरी, कार्रवाई किसी पर नहीं

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Published By Monis Khan
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बरेली, अमृत विचार। नगर निगम में निर्माण के कई मामलों में शिकायत के बाद जांच की गई है। इसमें कमियां भी उजागर हुईं, लेकिन किसी भी निर्माण एजेंसी के खिलाफ अभी तक कार्रवाई नहीं की गई है। हर बार नगर निगम ने गड़बड़ी करने वाली फर्मों को नोटिस जारी कर मुकदमा दर्ज कराने और ब्लैकलिस्ट करने की हिदायत देता है, लेकिन बाद में मामले ठंडे बस्ते में चले जा रहे हैं।

नेकपुर में कुछ दिन पहले सड़क और नाली निर्माण की जांच शिकायत के बाद की गई थी। मामले में अवर अभियंता की जांच में घटिया सामग्री के उपयोग करने की बात सामने आने पर फर्म राजीव ट्रेडर्स से विभाग ने जवाब तलब किया था, लेकिन करीब 20 दिन का समय गुजरने के बाद भी कार्रवाई नहीं की गई है। इसी तरह स्मार्ट सिटी कंपनी से ब्लैक लिस्ट हुई आगरा की परमार कंस्ट्रक्शन को नगर निगम के उद्यान विभाग में शहर के सभी डिवाइडरों और पार्कों में पौधों के देखभाल के लिए सवा पांच करोड़ रुपये का ठेका दे दिया गया। 

यह मामला अप्रैल में उजागर हुआ था और जांच समिति ने जून माह में मामले में कुछ कर्मचारियों और अधिकारियों को दोषी मानते हुए रिपोर्ट सौंपी थी, लेकिन करीब दो माह बाद भी फर्म और दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई है। नगर निगम की नई बिल्डिंग के निर्माण कार्य में दो बार गड़बड़ी उजागर हो चुकी है। एक बार पार्षद गौरव सक्सेना ने इसी शिकायत की तब जांच हुई। इसके बाद 20 मई को निर्माण विभाग के इंजीनियरों ने निरीक्षण किया तो काम में गड़बड़ी सामने आई थी। इस पर अधिशासी अभियंता ने नोटिस जारी कर कार्रवाई की हिदायत दी, लेकिन अभी तक न काम पूरा हुआ और न फर्म पर कार्रवाई हुई है।

अधिशासी अभियंता राजीव राठी ने बताया कि जांच के दौरान जिन फर्म की गड़बड़ी सामने आती है, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाती है। निर्माण कार्यों में लापरवाही और घटिया सामग्री का उपयोग करने वाली कुछ फर्मों को काली सूची में डालने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए विभागीय प्रक्रिया पूरी करनी पड़ती है।

 

 

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