कानपुर में बड़ा खुलासा : इंस्पेक्टर, अधिवक्ता और विकास दुबे के मामा पर 4 करोड़ की जमीन हड़पने का आरोप

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Published By Vinay Shukla
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गंगा बैराज ले जाकर रिवॉल्वर की नोक पर दी धमकी, पीड़ित ने पुलिस कमिश्नर से की शिकायत, एसआईटी जांच में जुटी

कानपुर, अमृत विचार : शहर में तैनात रहे एक तेजतर्रार इंस्पेक्टर (मौजूदा सीओ) पर अधिवक्ता और पूर्व गैंगस्टर विकास दुबे के मामा के साथ मिलकर जमीन का एग्रीमेंट निरस्त कराने, रंगदारी मांगने और 4 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप लगा है। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस कमिश्नर ने जांच एसआईटी को सौंप दी है।

रायपुरवा निवासी प्रवीण कुमार शुक्ला उर्फ मनोहर ने बताया कि 2009 में उन्होंने मुरादाबाद के हरिओम गुप्ता और नवाबगंज के त्रिपुणानंद तिवारी के साथ 7.227 हेक्टेयर जमीन का एग्रीमेंट किया था। सभी बराबर के हिस्सेदार थे। आरोप है कि 12 जुलाई 2022 को सुरेश अग्निहोत्री (विकास दुबे के मामा), अधिवक्ता शशांक चंदेल, इंस्पेक्टर ऋषिकांत शुक्ला के चाचा त्रिपुणानंद तिवारी और हरिओम गुप्ता ने उन्हें रजिस्ट्री कार्यालय बुलाकर एग्रीमेंट खारिज कराने का दबाव डाला।

प्रवीण का कहना है कि हस्ताक्षर तो कराए गए, लेकिन पैसा नहीं दिया गया। विरोध करने पर उन्हें कार में बैठाकर गंगा बैराज ले जाया गया, जहां मारपीट कर लाइसेंसी रिवॉल्वर से धमकाया गया-"अगर पैसा मांगा या शिकायत की, तो एनकाउंटर करवा देंगे।" घटना के बाद डर के कारण वह चुप रहे। इस बीच पत्नी के कैंसर के इलाज के लिए मुंबई गए, जहां उनकी मौत हो गई। आरोप है कि आरोपी पक्ष ने उनके हिस्से की जमीन पर कब्जा कर 4 करोड़ रुपये हड़प लिए। डीसीपी क्राइम एसएम कासिम आबिदी ने कहा कि"वादी के बयान और दस्तावेज लिए जा रहे हैं। जांच में आरोप सही पाए गए तो रिपोर्ट दर्ज की जाएगी।"

 

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