शाहजहांपुर: रामगंगा का जलस्तर खतरे के निशान से 21 सेमी ऊपर, अलर्ट जारी
शाहजहांपुर, अमृत विचार। जिले में बहने वाली गर्रा और खन्नौत नदी का जलस्तर घटने के बावजूद गंगा और रामगंगा नदियों में पानी बढ़ने से कलान और मिर्जापुर क्षेत्र में बाढ़ का खतरा बरकरार है। कई गांवों में पानी भरने से जनजीवन प्रभावित है।
बुधवार सुबह रामगंगा नदी डबरी घाट पर जलस्तर खतरे के निशान से 21 सेंटीमीटर ऊपर दर्ज किया गया, जिससे फर्रुखाबाद- शाहजहांपुर सीमा पर बसे ग्रामीणों की चिंता और बढ़ गई है। वही गंगा नदी भैंसार तटबंध खतरे के निशान से 2 सेमी ऊपर बह रही है। जिसको देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से अलर्ट जारी कर दिया गया है।
शारदा नहर खंड कार्यालय के अधिशासी अभियंता कंट्रोल रूम ने सुबह आठ बजे जारी रिपोर्ट में जिला प्रशासन को सतर्क किया है। साथ ही सलाह दी है कि निचले इलाकों के लोगों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए, ताकि किसी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके।
रिपोर्ट के मुताबिक नरौरा बैराज से रामगंगा में 191442 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जबकि दियूनी से गर्रा नदी में 1344 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। ताज़ा आंकड़ों में गंगा नदी कछला घाट पर जलस्तर 0.060 मीटर घटा, जबकि भैसार ढाईघाट पर 0.040 मीटर बढ़ा है।
रामगंगा चौबारी घाट पर 0.170 मीटर की कमी आई, लेकिन डबरी घाट पर जलस्तर 0.130 मीटर और बढ़ा है। वहीं, गर्रा नदी में 0.450 मीटर और खन्नौत नदी में 0.300 मीटर की गिरावट दर्ज की गई है। जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वह नदियों के किनारों के पास न जाएं और मौसम व जलस्तर की जानकारी पर नजर बनाए रखें।
एसडीएम कलान अभिषेक सिंह ने बताया कि हमारी स्वास्थ्य विभाग टीमें बाढ़ क्षेत्रों सक्रिय होकर कार्य कर रही है। तहसील स्तरीय अधिकारियों द्वारा स्थलीय निरीक्षण कर जलस्तर की रिपोर्ट जिला मुख्यालय दी जा रही है।
