लखीमपुर खीरी: तिकुनिया से सिंगाही तक बदमाशों का आतंक, पुलिस की नींद नहीं टूटी

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Published By Pradeep Kumar
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यूपी 112 भी वसूली ड्यूटी में व्यस्त, पूरी रात जाग रहे ग्रामीण

सिंगाही, अमृत विचार: तिकुनिया से सिंगाही तक के इलाके में इन दिनों बदमाशों के देखे जाने से लोग दहशत में है। एक हफ्ते से इनकी आवाजाही गांव-गांव में हो रही है, लेकिन थाना पुलिस और यूपी 112 पुलिस गहरी नींद में हैं। ग्रामीण खुलेआम कह रहे हैं कि पुलिस का फर्ज निभाने के बजाय यूपी 112 के सिपाही रात में अवैध खनन की वसूली में मस्त रहते हैं।

ग्रामीणों ने बताया कि हफ्ते भर पहले थाना सिंगाही के हरद्वाही गांव के बाहर एक युवक को बदमाशों ने बाग में घेर लिया था। किसी तरह जान बचाकर भागने पर बदमाशों ने उस पर चाकू से हमला कर दिया, जिससे उसके पैर में गहरा घाव हो गया। सूचना के बाद भी पुलिस ने न गश्त बढ़ाई, न ही कोई कार्रवाई की। सोमवार की रात कस्बा बेलरायां और हरद्वाही में बदमाश फिर देखे गए। गांव के पूर्व प्रधान प्रमोद वर्मा व गुड्डू के घर के आसपास बदमाश देखे गए। शोर शराबा करने पर बदमाश चप्पलें छोड़कर भाग निकले।

उधर कोतवाली तिकुनिया के कस्बा बेलरायां, तकिया पुरवा भूलनपुर में भी बदमाश देखे जा रहे हैं। चोरों के भय से सिंगाही के गांव लालापुर, उमरा, निबौरिया आदि के लोग रात भर जागकर बिता रहे हैं। सूचना पर पहुंची सिंगाही पुलिस ने चोरों की मौके पर छोड़ी गई चप्पलों को कब्जे में लिया है। मंगलवार की रात में भी गांवों में शोर होता रहा। लाठी-डंडे लेकर लोग गांवों में घूमते रहे।  सिंगाही पुलिस के घटनाओं पर  पर्दा डालने की वजह से पूरे क्षेत्र में दहशत व्याप्त है। ग्रामीणों के मुताबिक बदमाशों की संख्या करीब 8 से 10 है।डर का आलम यह है कि गांव के लोग पूरी रात पहरा देते रहे, किसी ने भी आंख नहीं मूंदी।

यूपी 112 पुलिस पर संगीन आरोप
ग्रामीणों का कहना है कि यूपी 112 की पीआरवी रात में क्लेशहरण तिराहा और कुशाही बाजार चौराहा तक आती है, लेकिन हूटर तक नहीं बजाती और न ही रुकती है। आरोप है कि 112 के सिपाही रात के वक्त अवैध खनन से वसूली में लगे रहते हैं। यही हाल कोतवाली तिकुनिया पुलिस का है। कब आती है और कब चली जाती है, कोई नहीं जानता।

बदमाशों को देखे जाने की मुझे भी सूचना मिली थी। मैं मंगलवार को खुद ही रात बेलरायां और सिंगाही क्षेत्र में गश्त पर रहा हूं। ग्रामीणों ने बात हुई तो अफवाह निकली। पता चला कि रात में कोई गांव में आ जाता तो लोग उसे चोर समझकर शोर मचाने लगते हैं। ग्रामीणों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की गई है। -शिवम कुमार, सीओ निघासन।

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