लखीमपुर खीरी : ट्रेन संचालन शुरू न होने से भड़के लोग बेलरायां और पलिया में प्रदर्शन
रेल संचालन शुरू न हुआ तो सड़कों पर होगा आंदोलन, सांसद–विधायक मौन
लखीमपुर खीरी, अमृत विचार। मैलानी–नानपारा रेल प्रखंड पर एक महीने से ट्रेनें बंद हैं और प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधि तक सब खामोश बैठे हैं। नतीजा यह कि तराई की जनता का सब्र अब टूट चुका है। बेलरायां और पलिया स्टेशन पर मंगलवार को रेल चलाओ क्षेत्र बचाओ मुहि्म के तहत प्रदर्शन किया और टूक चेतावनी दे डाली कि रेल नहीं तो वोट नहीं।
रेल बंद होने से पूरे इलाके का कारोबार चौपट हो गया है। पलिया, बेलरायां, तिकुनिया, भीरा समेत तराई के कस्बों के व्यापारी अब दुकानें खोलकर भी खाली बैठे हैं। छोटे दुकानदार तो दो जून की रोटी के लिए जूझ रहे हैं। नाराज लोगों ने कहा कि जब सांसद और विधायक जनता की इस बुनियादी परेशानी पर चुप्पी साधे हुए हैं तो उन्हें वोट मांगने का भी हक नहीं है। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि लगातार ज्ञापन दिए गए, नेताओं के दरवाजे खटखटाए गए, लेकिन किसी ने भी रेल संचालन शुरू कराने की दिशा में पहल नहीं की। अब जनता को मजबूर होकर आंदोलन का रास्ता चुनना पड़ा है।
नगर व्यापार मंडल के पूर्व महामंत्री रमाशंकर पांडेय ने ऐलान किया कि रेल प्रशासन और जनप्रतिनिधियों ने आंखें मूंद ली हैं। अगर ट्रेनें तुरंत शुरू नहीं की गई तो तराई की जनता सड़कों पर उतरकर बड़ा आंदोलन करेगी। व्यापार मंडल अध्यक्ष तुषार लाहिड़ी ने कहा कि तराई का जीवन ही ट्रेनों पर टिका है। जब रेल ही नहीं चलेगी तो कारोबार, उद्योग–धंधे सब चौपट हो जाएंगे। जनता के पेट पर लाठी और कब तक बर्दाश्त होगी? इस प्रदर्शन में नावेद हुसैन, रविंद्र यादव, पुरुषोत्तम वर्मा, आचार्य रमाकांत अवस्थी, विक्रम अग्रवाल, नूर मोहम्मद समेत बड़ी संख्या में व्यापारी, समाजसेवी और ग्रामीण मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में चेतावनी दी कि इस बार ट्रेनें चलवाओ या सत्ता छोड़ो।
