योग, आस्था और प्रकृति का केंद्र बिंदु है महर्षि पतंजलि की जन्मस्थली
गोंडा, अमृत विचार। वजीरगंज स्थित महर्षि पतंजलि की जन्मस्थली कोंडर में सोमवार को आयोजित एक पेड़ मां के नाम सेवा पखवाडा अभियान के अंतर्गत केंद्रीय वन, पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन व विदेश राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने पौधरोपण किया। पौधरोपण के बाद केंद्रीय राज्यमंत्री ने कोडर के विकास का ऐलान करते हुए कहा कि इस विशाल क्षेत्र को टिकरी व आरगा पार्वती रामसर साइट से जोड़ा जायेगा।
सेवा पखवाडा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन सिंह उर्फ राजा भैया ने कहा कि कोंडर के प्राचीन स्थान पर जहां महर्षि पतंजलि का जन्म हुआ, यह आस्था का केंद्र बिंदु है, योग का केंद्र बिंदु है और प्रकृति का भी एक केंद्र बिंदु है। इस जगह पर तीनों विषय एक साथ हो जाते हैं। यह बहुत प्रसिद्ध जगह है। एक बहुत महत्वपूर्ण बात है कि यह क्षेत्र अयोध्या से लगा हुआ है। अयोध्या में जो धर्मिक पर्यटक आते हैं उनको भी यहां आने का मौका मिले। इसके लिए महर्षि पतंजलि की जन्मस्थली का विकास कराया जायेगा।
महर्षि पतंजलि के नाम पर विश्वविद्यालय की मांग पर कीर्तिवर्धन ने कहा कि विश्वविद्यालय के लिए जमीन चिन्हित की जा चुकी है। समारोह को मनकापुर विधायक व पूर्व मंत्री रमापति शास्त्री, गौरा विधायक प्रभात वर्मा, करनैलगंज विधायक अजय सिंह, महर्षि पतंजलि की जन्मस्थली के विकास को लेकर लड़ाई लड़ रहे स्वामी भगवताचार्य व तरबगंज विधायक प्रेम नरायन पांडेय ने भी संबोधित किया। तरबगंज विधायक ने केंद्रीय राज्यमंत्री को कोंडर के विकास के लिए मांगपत्र भी सौंपा। इस मौके पर वन विभाग के अधिकारी व स्थानीय लोग मौजूद रहे।
टिकरी में ओपन सफारी के लिए मिले 7 करोड़
केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने कहा कि टिकरी जंगल को ओपन सफारी के रूप में विकसित किया जायेगा। इसके लिए सात करोड़ रुपये का बजट मिला है। ओपन सफारी बनने से ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे और इस क्षेत्र में पर्यटकों का आकर्षण भी बढ़ेगा। इसका लाभ आरगा पार्वती रामसर साइट से लेकर कोड़र तक को मिलेगा।
