बेजोड़ कारीगरी की नायाब धरोहर है ये कांच का मंदिर

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Published By Muskan Dixit
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कानपुर के कमला टावर क्षेत्र में माहेश्वरी मोहाल में स्थित कांच का मंदिर स्थानीय के साथ बाहरी पर्यटकों के लिए आकर्षण का बड़ा केंद्र है। श्री धर्मनाथ स्वामी जैन श्वेतांबर मंदिर के नाम से जाना और पहचाना जाने वाला यह दर्शनीय स्थल 155 वर्ष पुराना होने के साथ जैन धर्म का प्रमुख केंद्र है। कांच से बने इस मंदिर को जो भी देखता है, ठगा सा रह जता है। इस मंदिर में कांच की बेजोड़ कारीगरी अकल्पित है। मंदिर में 15वें तीर्थंकर धर्मनाथ स्वामी और सातवें तीर्थंकर सुपार्श्वनाथ भगवान की प्रतिमाएं स्थापित हैं। इस मंदिर को कानपुर की ऐतिहासिक, धार्मिक और पौराणिक धरोहर का दर्जा प्राप्त है।

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कांच की दीवारों पर राजस्थानी व ईरानी शैली की अद्भुत कला

जैन कांच मंदिर वास्तुकला और स्थापत्य कला का इतिहास बयान करता है। पूरा मंदिर कांच से बना है। इसे आगरा से आए कारीगरों ने तैयार किया था। कांच की दीवारों पर राजस्थानी व ईरानी शैली की अद्भुत कला का संगम दिखाई देता है। दीवारों पर बिहार के सम्मेद शिखर (जहां 20 तीर्थंकर को मोक्ष प्राप्त हुआ) की कलाकृति को आकर्षक तरीके से उकेरा गया है। मंदिर का फर्श सफेद संगमरमर से बना है। वास्तु और शिल्प का नायाब उदाहरण यह मंदिर शांतिपूर्ण वातावरण में कांच के जटिल काम और रंगीन चित्रों को प्रदर्शित करता है। कांच के टुकड़ों को तराश कर की गई मनमोहक चित्रकारी देखने वाली है। इसे श्री धर्मनाथ भगवान का कांच का जिनालय भी कहा जाता है। कांच और मीनाकारी की रंगबिरंगी कला का यह अद्भूत नमूना हर किसी के लिए दर्शनीय है। दीवारों पर तीर्थ स्थलों, योग के आसनों आदि का चित्रण किया गया है।

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मंदिर प्रांगण में स्थित खूबसूरत, बगीचा, संगमरमर की कृतियां

जैन कांच मंदिर जैन धर्मावलंबियों के लिए समर्पित है। इस मंदिर को देखने और दर्शन करने भगवान महावीर के अनुयायियों के साथ शेष 23 जैन तीर्थंकरों के अनुयायी बड़ी संख्या में आते हैं। मंदिर के सामने जहां एक धर्मशाला है, वहीं मंदिर के प्रांगण में खूबसूरत बगीचा पूरे स्थल को रमणीक बनाता है। बगीचे में संगमरमर को तराश कर कई कलाकृतियां स्थापित की गई हैं।

कांच व मीनाकारी से अलंकृत जटिल पैटर्न वाले आभूषण जड़े

इस मंदिर का निर्माण प्राचीन और पारंपरिक संरचनात्मक शैली में किया गया है। मंदिर की दीवारों पर कांच और मीनाकारी से शानदार ढंग से अलंकृत और जटिल पैटर्न वाले आभूषण जड़े हुए हैं। मंदिर की पूरी संरचना कांच और मीनाकारी से निर्मित है और पारंपरिक स्थापत्य शैली का प्रतिनिधित्व करती है। मंदिर की दीवारें और छत उत्कृष्ट कलात्मक डिजाइनों में काटे गए दर्पणों से सुसज्जित हैं। दीवारों पर भित्ति चित्र रंगीन कांच से बने हैं। मंदिर में अलंकृत दर्पण कार्य के साथ भव्य शैली के मेहराब हैं।

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