बरेली : देशभर में छाया ईद मिलादुन्नबी का जश्न, मस्जिदों से आम हुआ पैगंबर-ए-इस्लाम का पैगाम
बरेली, अमृत विचार: पैगंबर-ए-इस्लाम, हजरत मुहम्मद साहब के यौमे पैदाइश (जन्मदिन) का जश्न छाया है। देशभर में शानो-शौकत के साथ ईद मिलादुन्नबी मनाई जा रही है। बरेली में सैकड़ों अंजुमनों का जुलूस निकला। लखनऊ तक जश्न की बहार है। सरकार की आमद मरहबा के नारे गूंज रहे हैं। मस्जिदों से पैगंबर साहब के संदेश आम किए जा रहे हैं। पीड़ित, कमजोर, जरूरतमंदों की मदद का पैगाम दिया जा रहा है।
बरेली में अंजुमन इत्तेहादुल मुस्लिमीन की ओर से जुलूस निकाला गया। सैकड़ों अंजुमनें इसकी जीनत बनीं। खुद्दाम-ए-रसूल अंजुमन का जुलूस आज निकाला जाएगा। बरेली में चप्पे-चप्पे पर पुलिस-फोर्स का पहरा है। पुलिस-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी खुद निगरानी कर रहे हैं। शहर को खूबसूरत तरीके से सजाया गया है। गांव, कस्बों में भी जुलूस और सजावट देखने लायक है।

बरेली के पुराने शहर में जश्न की रौनक मन मोह रही है। छोटे-बड़े जुलूसों में नबी से मुहब्बत का नजारा देखने को मिला। इन जुलूसों का जगह-जगह स्वागत किया गया। जश्न के इस मौके पर लंगर आम रहे। राहगीरों को पानी, शर्बत, फल बांटने का सिलसिला चला।
पैगंबर-ए-इस्लाम का ये 1500वां जश्ने यौमे पैदाइश है। उलमा-ए-कराम ने जुमा की नमाज में नबी की जिंदगी पर रौशनी डाली। नमाजियों को संदेश दिया कि वह नबी के नक्शे कदम पर चलें। बुराईयों से दूर रहें। सामाजिक सौहार्द बढ़ाएं। हमवतन भाईयों से मुहब्बत करें। उनके सुख-दुख में डटकर खड़े रहें। महिलाओं की इज्जत करें। बीमारों की मदद करें। नमाज के पाबंद बनें। सच्चाई का दामन कसकर पकड़े रहें।
