Shahjahanpur news : उफनाई गर्रा नदी का पानी सैलाब बनकर बरेली मोड़ हाईवे पर पहुंचा

Amrit Vichar Network
Published By Monis Khan
On

शाहजहांपुर, अमृत विचार। गर्रा नदी में पानी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, जिससे सैलाब बनकर पानी बरेली मोड़ हाईवे पर बहने लगा है। इसके साथ ही मुमुक्षु आश्रम, आवास विकास कॉलोनी, सुभाषनगर, काशीराम काॅलोनी सहित कई मोहल्ले भी पानी- पानी हो गए हैं। वहीं मेडिकल काॅलेज में भी जलभराव बढ़ता जा रहा है। डीएम, एसपी, नगर आयुक्त समेत कई अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया है और आपात स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ की टीम को बरेली मोड़ पर तैनात किया है।

शहर से होकर निकली गर्रा नदी का जलस्तर बढ़ने से आसपास के मोहल्ले जलमग्न हो गए हैं। वहीं शनिवार को दोपहर में हालात यह बने कि उफनाई गर्रा नदी का पानी बरेली मोड़ पर हाईवे पर बहने लगा। इससे हाईवे पर गुजरने वाले वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई। साथ ही हाईवे के किनारे मोहल्ले और दुकानें जलमग्न हो गई। आशंका है कि अभी जलस्तर में और वृद्धि देखने को मिल सकती है जिससे बाढ़ प्रभावित लोगों को सुरक्षित ठिकानों की ओर पलायन करना पड़ सकता है। कई कॉलेजों में बाढ़ का पानी भरने से शिक्षण व्यवस्था प्रभावित होगी और रविवार को दो पालियों में होने वाली पीईटी परीक्षा के परीक्षार्थियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।

परीक्षार्थियों को बाढ़ के पानी ने डराया, दोपहिया वाहन पानी में लुढ़के
पीईटी के लिए शहर में बनाए गए परीक्षा केंद्रों पर हजारों की संख्या में परीक्षार्थी पहुंचे, जिन्हें भी बाढ़ के पानी का सामना करना पड़ा। गर्रा नदी के आसपास स्थित जयपुरिया स्कूल, एसडीएस इंटर काॅलेज आदि में भी बाढ़ का पानी घुस गया है, जिससे परीक्षार्थियों को असुविधा का सामना करना पड़ा। खासकर दूसरी पाली में तीन से पांच बजे तक परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों को बाढ़ के पानी से होकर गुजरना पड़ा। बरेली मोड़ हाईवे पर स्थित कालेजों तक पहुंचने के लिए दोपहिया वाहन से सफर करने वाले परीक्षार्थियों को काफी मशक्कत का सामना करना पड़ा, क्योंकि कई वाहन बाढ़ के पानी में फंसकर लुढ़क गए। मौके पर मौजूद लोगों ने मदद का वाहनों को बाहर निकाला।

जलस्तर में और बढ़ने की आशंका

गर्रा नदी के आसपास बसे मोहल्लों में बाढ़ का पानी घुसने से लोग भयभीत दिखे, क्योंकि जलस्तर में कमी आने के बजाय लगातार वृद्धि देखी जा रही है। इससे आशंका जताई जा रही है कि रात में कहीं जलस्तर में ज्यादा वृद्धि हुई, तो लोगों को जान माल का नुकसान उठाना पड़ सकता है। सबसे ज्यादा खराब हालात मोहल्ला सुभाषनगर में देखने को मिला, जहां घरों में तीन से पांच फीट तक पानी भर चुका है। वहीं बरेली मोड़ के किनारे स्थित एलआईसी दफ्तर भी जलमग्न हो गया है। पानी के सैलाब का मोहल्लों व हाईवे पर पहुंचने का सिलसिला लगातार जारी है।

एनडीआरएफ टीम बरेली मोड़ पर तैनात

‎डीएम धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने एसपी राजेश द्विवेदी, नगर आयुक्त डाॅ. बिपिन कुमार मिश्र, एसपी सिटी देवेंद्र कुमार, नगर मजिस्ट्रेट प्रवेन्द्र कुमार के साथ गर्रा एवं खन्नौत नदी के बढ़े जलस्तर का मौके पर निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान बरेली मोड़ और आवास विकास कालोनी सहित अन्य स्थलों पर स्थिति का जायजा लिया। डीएम ने जलस्तर की स्थिति एवं बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में विभिन्न टीमों द्वारा चलाए जा रहे राहत एवं बचाव कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि नाव, गोताखोर एवं खाने-पीने की सामग्री का पर्याप्त वितरण होता रहे। बाढ़ प्रभावित परिवारों को भोजन, पानी, स्वास्थ्य सुविधा मिलती रहे। बाढ़ प्रभावित परिवारों को शारणालय सहित अन्य सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए। सभी राहत टीमें अपने अपने क्षेत्रों में सक्रिय रहकर बचाव कार्य करते रहे।बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों से कहा गया है कि ‎किसी भी आपात स्थिति में तुरंत बाढ़ नियंत्रण कक्ष से संपर्क करें। इसके लिए नियंत्रण कक्ष के नंबर 05842-351037, 05842-351038, 05842-462754, 05842-220018 या टोल फ्री नंबर 1077 (24×7उपलब्ध) पर फोन करके मदद मांगी जा सकती है।

एई एवं प्रभारी अधिकारी बाढ़ कन्ट्रोल रुम शारदा नहर खंड नेहा वर्मा ने बताया कि शाम 4 बजे की रिपोर्ट के अनुसार गर्रा व खन्नौत नदी जलस्तर स्थिर हुआ है। जो दियूनी बांध से गर्रा नदी में 14720 क्यूसेक पानी पास हो रहा था, वह अब घटकर 12988 रह गया है। इससे रविवार से पानी घटने की संभावना है। अभी गर्रा नदी खतरे के निशान से 40 सेंटीमीटर व खन्नौत नदी खतरे निशान से 30 सेंटीमीटर ऊपर चल रही है। बरेली हाईवे पर बाढ़ का पानी आने का कारण भी खतरे के निशान से ऊपर नदियों का आना है। धीरे धीरे जलस्तर कम होगा। जलस्तर रिपोर्ट पर नजर रखे हुए हैं। किसी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दे।

संबंधित समाचार