कानपुर : भांजे से आशिकी में पति की हत्या कर शव गाड़ा, हड्डियां नहर में फेंकीं

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Published By Virendra Pandey
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कानपुर, अमृत विचार। भांजे से आशिकी में मामी ने अपने पति की ही हत्या कर दी। दोनों ने वारदात की योजना बनाई और सोते समय भांजे ने लोहे की राड से सिर पर वार कर मामा को मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद घर के पीछे गड्ढा खोकर शव उसी में दफना दिया। हड्डियां पनकी नहर में फेंकी। दस माह पहले हुई इस वारदात में मृतक की मां ने बीती मई माह में बेटे की गुमशुदगी दर्ज कराई। छानबीन में जुटी सचेंडी पुलिस ने शनिवार को हत्या का खुलासा किया और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। 

सचेंडी के लालूपुर गांव निवासी सावित्री देवी ने बीती छह मई को सचेंडी थाने में बेटे शिववीर के लापता होने की शिकायत व गुमशुदगी दर्ज कराई थी। जिसमें उन्होंने बताया था कि 30 अक्टूबर 2024 को वह बांदा गई थीं। कई माह बाद वह पांच सितंबर को लौटीं तो बहू लक्ष्मी ने बताया कि बेटे के पास किसी का फोन आया था। उसके बार वह नौकरी के सिलसिले में गुजरात गए हैं। उसके बाद काफी दिनों तक जब बेटे की कोई खबर नहीं मिली तो बहू से पूछताछ की। उसकी गुमराह करने वाली बातों ने संदेह पैदा किा। इस पर बहू का भांजे अमित के प्रेम संबंध की बात पुलिस को बताई।

एडीसीपी पश्चिम कपिल देव सिंह ने बताया कि उसके बाद अमित और लक्ष्मी के प्रेम संबंध के बारे में ग्रामीणों से पूछताछ की गई तो लोगों ने कबूली। इस पर दोनों को हिरासत में लेकर पुलिस ने पूछताछ की। अमित ने वारदात कबूल की और बताया कि नानी सावित्री के बांदा जाने के बाद दूसरे दिन रात में सोते समय मामा के सिर पर रॉड से वार किया था। इस पर शिववीर की चींख निकल गई और उनके दोनों बेटे जाग गए। इस पर उन्हें समझाकर शांत कराया और सुला दिया। बच्चों के सो जाने पर शव को घर के पीछे गाड़ दिया। ऊपर से नमक डाला था। कुछ दिन बाद कुत्तों ने कई हडि्डयां बाहर निकल दी तो उसे बोरी में भरकर पनकी नहर में फेंका था। एडीसीपी के अनुसार दोनों हत्यारोपियों को गिरफ्तार किया गया है। 

पुलिस के अनुसार शिववीर की गुमशुदगी हत्या में दर्ज होगी। दोनों आरोपियों की निशानदेही पर घटनास्थल का जायजा लिया गया। कुछ साक्ष्य जुटाए गए हैं। घटनास्थल पर मौजूद फॉरेंसिक टीम ने भी गहनता से पड़ताल की। शव के अवशेषों को निकाला गया है। 

प्रेम विवाह के 20 साल बाद भांजे से आशिकी 

मूलरूप से बांदा के मवई घाट निवासी शिवबीर सिंह गुजरात में नौकरी करते थे। तभी उनकी मुलाकात वाराणसी के गाजीपुर में रहने वाली लक्ष्मी से हुई थी। जिसके बाद दोनों ने प्रेम विवाह किया। उनके तीन बच्चे आनंद, रोहित व अंकिता है। शादी के 20 साल बाद लक्ष्मी को भांजे से प्यार हुआ।

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